सम्भावना के बच्चों ने सीखा जीवन रक्षक कौशल (CPR) का तरीका
आरा, 18 दिसंबर. हर व्यक्ति हीरो बनना चाहता है और हर व्यक्ति के अंदर हीरो छुपा होता है. लेकिन हर कोई उस फिल्मी हीरो की तरह उस मौके की तलाश में होता है कि कब किसी को वह संकट के परिस्थितियों में पहुँच अपना हीरोइज्म प्रकट कर सके. किसी के जीवन को बचा कर हीरो बनाना सचमुच आसान है लेकिन इसके लिए आपको फिल्मी हीरो की तरह किसी से फाइट कर किसी को नही बचाना है बल्कि बस आपको एक हुनर सीखने की जरूरत है जो आपके मामूली से दिखने वाले हाथ कर सकते हैं.
इसी बात को बताने के लिए बुधवार को शुभ नारायण नगर,मझौवां स्थित सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय में महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों को CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) ट्रेनिंग दी गई. आजकल युवाओं में हार्ट अटैक का प्रचलन बढ़ गया है और आये दिन कहीं भी ऐसी घटनाएं घट रही है और हॉस्पिटल तक पहुंचने से पहले लोगों की जान चली जा रही है. अगर CPR की जानकारी आपने ले ली तो समझिए ऐसे किसी परिस्थिति में आप उस व्यक्ति के लिए संकटमोचन बन प्रकट हो सकते हैं.
इस मौके पर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ अमित जयसवाल ने कहा कि CPR हीरो बनने का आसान तरीका है. हर्ट की नसें जब ब्लॉक हो जाती हैं तो हार्ट अटैक होता है. कार्डियक अरेस्ट अटैक के वजह से होता है. यह न जानने के आभाव में जानें चली जाती है. दरसअल हम हार्ट बैठ जाने के कारण उसके पम्पिंग का काम अपने हाथ से करते हैं. ब्लड को मैनुअली ब्रेन तक पहुँचाने के लिए हाथ से पम्प कराते हैं. यह किसी को बचाने का आसन तरीका है. इसके लिए किसी यंत्र की जरूरत नही,आपका हाथ का हुनर ही काफी है. फिर क्या..इसके बाद अगर कोई बच जाए तो सामने वाले के लिए तो आप हीरो ही हैं.
CPR का ये है तरीका जो आपको हीरो बना सकता है
इस मौके पर मेदांता हॉस्पिटल के इमरजेंसी कंसल्टेंट डॉ सैयद फैज अहमद ने बताया कि कार्डियक अटैक और कार्डियक डिजीज दोनों में भिन्नता है. उन्होंने CPR का तरीका उपस्थित लोगों को सिखाया. उन्होंने कहा कि सबसे पहले मरीज को सेफ साइड लाकर ब्रीदिंग चेक करना है. फिर एक सेकेंड में 120 बार हाथ से पम्पिंग करना है. हाथों को लॉक करके हर काउंटिंग के 30 सेकेंड के बाद पल्स चेक करना है और मुँह से सांस भी देना है. यह काम तबतक करना है जबतक इलाज के लिए कोई मेडिकल हेल्प वहाँ नही पहुंचता है. कार्डियक अरेस्ट लगातार धूप या भीड़ में खड़े रहने से आता है.
इस मौके पर डॉ सैफ ने खुद CPR डेमोंस्ट्रेशन भी कर के दिखाया. उसके बाद विद्यालय की प्राचार्या डॉ अर्चना सिंह और विद्यालय के बच्चों ने भी CPR को खुद से किया। इस मौके पर डॉ मालती श्रीवास्तव ने ऐसे कार्यक्रम को स्कूल में आयोजित कराने के लिए धन्यवाद दिया.
इस कार्यक्रम से स्कूल के छात्रों और शिक्षकों ने जीवन रक्षक कौशलता को सीखा. कार्यक्रम रोटरी क्लब आरा और मेदान्ता हॉस्पिटल के सँयुक्त तत्वावधान में किया गया. मंच संचालन रोटेरियन अवधेश पाण्डेय और अध्यक्षता रोटरी के अध्यक्ष राम कुमार सिंह ने किया.
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों और शिक्षकों को CPR के मूल सिद्धांतों और तकनीकों के बारे में सिखाया गया. उन्हें यह भी सिखाया गया कि कैसे एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने या दम घुटने पर CPR दिया जा सकता है.
इस मौके पर रोटरी क्लब के राम कुमार सिंह ( रोटरी क्लब प्रेसिडेंट), अवधेश कुमार पांडेय, अभय कुमार जैन, अखिलेश्वर प्रसाद( कोषाध्यक्ष, रोटरी क्लब), मनोज कुमार सिंह(ADG, रोटरी क्लब), मंजीत आनंद, सुरेश कुमार चौधरी, राजेश कुमार उर्फ पप्पूजी, नीरज कुमार,विपुल कुमार(RSS), डॉ मनीष(दन्त चिकित्सक), अभिषेक कुमार जैन के साथ मेदान्ता टीम के कुंदन कुमार और सुमित कुमार के साथ विद्यालय के निदेशक डॉ कुमार द्विजेन्द्र व स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकायें उपस्थित थे.
कार्यक्रम में आये सभी आगन्तुकों को इस जीवन रक्षक कौशलता को सीखने और सिखाने के लिए विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट