आज शाम 5:30 बजे करेंगे योग
पीएम मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका के राजकीय दौरे के तहत मंगलवार रात को न्यूयॉर्क पहुंच गए. यहां एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया था. बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोगों ने मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में ट्विटर के सीईओ एलन मस्क सहित कई नोबेल पुरस्कार अर्थशास्त्री और लेखकों और शिक्षाविदों से मुलाकात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर न्यूयॉर्क से देशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि योग एक विचार था, जिसे आज दुनियाभर ने अपनाया है. आज योग ग्लोबिल स्पिरट बन गया है. योग ने हमेशा से जोड़ने का काम किया है. हमारे आदर्श हो, भारत का दर्शन हो या दृष्टि हो हमने हमेशा जोड़ने, अपनाने और अंगीकार करने वाली परंपरा को पोषित किया है. पीएम ने कहा, हमने नए विचारों का स्वागत किया है.
पीएम मोदी का विडियो सन्देश यहाँ सुने ….
https://twitter.com/i/broadcasts/1djxXloOabVxZ
उन्हें संरक्षण दिया है. हमने विविधताओं को समृद्ध किया है. उन्हें सेलिब्रेट किया है. ऐसी हर संभावना को योग प्रबल से प्रबलतम करता है. योग हमारी अंतदृष्टि को विस्तार देता है. योग हमें उस चेतना से जोड़ता है, जो हमें एकता का अहसास कराता है. हमें योग के जरिए हमारे अंतर्विरोधों को खत्म करना है. हमें योग के जरिए विरोधों और प्रतिरोधों को खत्म करना है. हमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को विश्व के सामने उदाहरण के सामना पेश करना है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, योग के लिए कहा गया है कि कर्म में कुशलता ही योग है. आजादी के अमृतकल में ये मंत्र बहुत अहम है जब हम योग की सिद्धि तक पहुंच जाते हैं. योग के जरिए हमने कर्मयोग तक की यात्रा मुझे विश्वास है कि योग से हम अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएंगे. हमारा सामर्थ्य, हमारा मानसिक विस्तार हमारी चेतना शक्ति इसी संकल्प के साथ आप सभी को योग दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
पीएम मोदी ने वीडियो संदेश में कहा कि इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम ‘ओशन रिंग ऑफ योगा’ की वजह से अधिक विशेष है. यह विचार योग के विचार और समुद्र का विस्तार पर आधारित है. हमारे ऋषि-मुनियों ने योग को परिभाषित करते हुए कहा है कि ‘युज्यते अनेन इति योग’ मतलब जो जोड़ता है वो योग है इसलिए योग का ये प्रसार उस विचार का विस्तार है जो पूरे संसार को एक परिवार के रूप में समाहित करता है.
पीएम मोदी ने कहा, ”मैं संयुक्त राष्ट्र हेडक्वार्टर में आयोजित होने जा रहे योग कार्यक्रम में हिस्सा लूंगा. यहां भारत के आह्वान पर 180 से अधिक देश एकजुट होंगे, जो ऐतिहासिक पल होगा. जब 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष योग दिवस का प्रस्ताव दिया गया था तो रिकॉर्ड संख्या में देशों ने उसका समर्थन किया था.
पीएम मोदी ने अमेरिकी शिक्षाविदों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में अमेरिकी शिक्षाविदों के समूह से मुलाकात की. ये शिक्षाविद कृषि, विपणन, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े थे. पीएम मोदी ने जिन शिक्षाविदों से मुलाकात की, उसमें अमेरिकी खगोल वैज्ञानिक, लेखक और विज्ञान संचारक नील डेग्रास टायसन, निवेशक रे डेलियो, प्रोफेसर पॉल रोमर, प्रोफेसर रॉबर्ट थुरमैन और प्रोफेसर नसीम निकोलस तालेब शामिल थे. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद प्रोफेसर पॉल रोमर ने कहा, यह एक शानदार मुलाकात थी. हमने शहरी विकास के महत्व के बारे में बात की. वे इन मुद्दों को अच्छी तरह समझते हैं. प्रधानमंत्री ने इसे बहुत अच्छी तरह से व्यक्त किया कि शहरीकरण कोई समस्या नहीं है. यह एक अवसर है. भारत आधार जैसी पहल से प्रमाणीकरण के मोर्चे पर दुनिया को रास्ता दिखा सकता है.
वहीं, नील डेग्रास टायसन ने कहा, मुझे उनके साथ समय बिताकर खुशी हुई. भविष्य को लेकर उनकी सोच के बारे में जानकर खुशी हुई. मुझे पूरा यकीन है कि भारत जो हासिल कर सकता है उसकी कोई सीमा नहीं है. इसलिए मैं भारत का बहुत उज्ज्वल भविष्य देखता हूं. पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष नीली बेंदापुडी ने कहा, यह एक अविश्वसनीय मुलाकात थी. प्रधानमंत्री के साथ बैठना और उनकी दृष्टि को सुनना कि ये दो महान लोकतंत्र भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका एक साथ कैसे काम कर सकते हैं, वास्तव में प्रेरणादायक है.
PNCDESK