जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण से गड़हनी में लॉक डाउन हो रहा है फेल
गड़हनी. जिला समेत प्रखंड में भी कोरोना जैसे महामारी को ले जहाँ अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे वही गड़हनी पंचायत के विभिन्न वार्ड में जनप्रतिनिधियों के लापरवाही के कारण लॉकडाउन फेल साबित हो रहा. जनप्रतिनिधियों की सुस्ती किसी की जानलेवा साबित हो सकती हैं. बता दे की गड़हनी के पुरानी बाजार में सुबह शाम सैकड़ों लोगो का जमावड़ा लगा रहता है जिसपे कोई भी जनप्रतिनिधि कुछ नहीं कर पा रहे है. वही गड़हनी पंचायत के हर गल्ली मोहल्ला में समौसा और लिट्टी के दुकान खुलने के वजह से भीड़ लगी रहती है. बेचने वाले दुकानदार ना ही मास्क का प्रयोग करते है और ना ही सोसल डिस्टेंस का साथ ही बहुत बच्चो का भीड़ लगवाए रहते है. इसके साथ ही गड़हनी राम दहिन स्टेडियम में बहुत लोगो का जमवाड़ा दिन भर लगा रहता है. गड़हनी के कई वार्ड में कोई ना कोई नाश्ता पानी का दुकान खोले हुए है जिसकी सूचना हर वार्ड सदस्य को है लेकिन न ही जागरूकता फैलाई जा रही और नही सोसल डिस्टेंस का प्रयोग किया जा रहा. आपको बताते चले की जिस बाजार में सुबह सैकड़ों लोगो का जमावड़ा लगा रहता है वहां से महज सौ मीटर के दूरी पर ही गांव के सरपंच का ग्राम कचहरी सह आवास दोनों है. पूछे जाने पर सरपंच लव कुमार प्रसाद ने बताया कि सभी को रोजाना डाट फटकार लगाया जा रहा है,दुकान खुल रहा था लेकिन सख्ती से बंद करवाया गया. जनप्रतिनिधि के लापरवाही से लॉक डाउन पूरी तरह फेल है. बतादें की राष्ट्रवादी सेना के सदस्यों ने शिव मंदिर पर लोगो के हुजूम जुटने के कारण मंदिर परिसर में मंदिर कमिटी के सहयोग से परिसर में बास बल्ला से लॉकडाउन कराया था.
कई लोग बास को हटा धीरे से मंदिर परिसर में भी घुस कर पहुंच ही जाते हैं. राष्ट्रवादी सेना के सदस्य भगवान प्रसाद ने बताया कि भीड़ तब नही होगा जब बाजार को पूरी तरह से लॉक डाउन किया जाए. सदस्य उपेन्द्र केशरी का कहना हैं कि हम सभी को स्थानीय प्रशासन से मिल कर गड़हनी में पूरी तरह लॉकडाउन कराना पड़ेगा. गड़हनी में धारा 144 लगा कर सारी दुकाने को भी बंद कराना होगा तब जा कर हमारा गाँव पूरी तरह से इस महामारी से बच पायेगा. हम सभी ने प्रयास कर गड़हनी के हृदय स्थली शिव मंदिर का कपाट को मंदिर कमिटी के सहयोग से बंद कराया था. सदस्य सूरज कुमार का कहना हैं कि मुखिया को गांव में प्रचार प्रसार कराना चाहिए एवं गांव के गरीबो को मदद करना चाहिए,सरकार ने भी सभी मुखिया को पंचम बीत से खर्च करने को भी कहा हैं.
गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट