समय रहते क्या हटेंगे VKSU के संकट के बादल
महसूस होने लगी विवि के लिए आंदोलन के व्यपाक तैयारी की धाह
विजयोत्सव के दिन शाहाबाद के धुरंधर धरती पुत्रों का होगा जुटान
आरा, 6 अप्रैल(ओ पी पांडेय). VKSU के अस्तित्व पर गहराये संकटके बादल को दूर करने के लिए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय भूमि प्राप्ति अभियान समिति लगातार संघर्षरत है. बैठकों और प्रदर्शन का दौर चल रहा है. यहाँ तक कि संघर्ष समिति के एक दिवसीय अनशन तक का आंदोलन तक कर डाला जिसमें आधे दर्जन लोग इस अनशन पर डटे रहे.
लोकतंत्र और कानूनी मर्यादा के साथ सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ने का काम संघर्ष समिति से जुड़े विद्वत जन और छात्रों के साथ जन भागीदारी तक कड़ी मजबूती से बढ़ रही है जो आने वाले विशाल आंदोलन का संकेत है. इतिहास के आईने में भी देखा जाए तो शाहाबाद की धरती ने अपने अस्तित्वों की लड़ाई में आक्रामक संघर्ष किया है. इस बार भी लड़ाई वीर कुँवर सिंह के नाम और शाहाबाद के इकलौते विश्वविद्यालय के समाप्त होने वाले अस्तित्व की लड़ाई है.
इस महीने में शाहाबाद की धरती के वीर योद्धा बाबू कुँवर सिंह का विजयोत्सव मनाया जाता है. इसलिए समिति ने निर्णय लिया है कि आगामी 23 अप्रैल को वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव विवि परिसर में भव्यता के साथ मनाया जायेगा. साथ ही कुंवर सिंह प्रतिमा के समक्ष कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा.
इस आयोजन में शाहाबाद के सभी जनप्रतिनिधियों,लोक कलाकारों, संस्कृतिकर्मियों और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा.
इस आयोजन के जरिये अपनी मांगों के समर्थन में जन जागरण की शुरुआत इस सप्ताह से शुरू हो गई है.
यही नहीं, आलम यह है कि लगातार इसपर चिंतन मंथन के दौर की बैठकों में वीर कुंवर सिंह विवि भूमि प्राप्ति अभियान के संचालन के लिए एक समिति भी बन चुकी है. संरक्षक मंडल में सीनेट सदस्यों को रखा गया. इसमें प्रो बलिराज ठाकुर, डॉ विनोद कुमार सिंह, डॉ संतोष तिवारी के अलावा हिंदी भोजपुरी विभागाध्यक्ष प्रो दिवाकर पाण्डेय, रंगकर्मी अशोक मानव एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ जीतेन्द्र शुक्ला जैसे सशक्त लोग शामिल हैं.
कोषाध्यक्ष एवं हस्ताक्षर अभियान का प्रभार विजय मेहता, सोशल मीडिया जनसंपर्क प्रभारी निलाम्बुज सिंह, प्रचार-प्रसार प्रभारी अनिरुद्ध सिंह और मीडिया संयोजक का रवि प्रकाश सूरज जैसे लोग कर रहे हैं. शाहाबाद के सभी जिलों में अभियान की सफलता के लिए भोजपुर का जिला संयोजक सूरज सिंह परमार, बक्सर के लिए राजेश कुमार, रोहतास के लिए अमरजीत कुमार सिंह, कैमूर के लिए सोहित सिन्हा को बनाया गया.
अभियान समिति ने आगामी इस कार्यक्रम के लिए गुरुवार को भी दोपहर 2 बजे एक बैठक आयोजित किया है, जिसमें सबके सुझाव आमंत्रित किये जायेंगे.
अब कार्यक्रम से जुड़े लोगों की सक्रियता इसी से समझी जा सकती है कि बुधवार को बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर से सीनेट सदस्य डॉ विनोद कुमार सिंह ने मुलाकात किया और वीर कुॅवर सिंह विश्वविद्यालय भूमि प्राप्ति अभियान समिति के सन्दर्भ में चर्चा किया. उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय के लिए कोईलवर में आवंटित 25 एकड़ भूमि के बदले आरा कातिरा में स्काडा कि भूमी में से 25 एकड़ भूमि विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराई जाए जिससे विवि कई जगहों पर न बंटकर एक जगह रहे ताकि छात्रों को किसी कार्य के लिए कई जगह भटकना न पड़े.
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कुँवर सिंह विजयोत्सव तक विवि के अस्तित्व की लड़ाई का रूप क्या होता है लेकिन अंदर ही अंदर लोगों के दिल में विवि के लिए जुझने की इस जिजीविषा में आने वाले झंझावतों की एक धाह जरूर दिख रही है. इस धाह को समय रहते अगर सरकार सुलझा लेती है तो न सिर्फ विवि के अस्तित्व के बादल हट जाएंगे बल्कि इस धाह से ढहने वाले भी.