किस बात पर भड़का वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन !

अमर्यादित बयान पर भड़का वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन

ललन सिंह का बयान गैर जिम्मेदाराना, वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने की बयान वापस लेने की मांग




पत्रकारों के खिलाफ बयान स्वीकार्य नहीं

पटना,25 अगस्त. जुबान क्या से क्या करा देता है. आपके जुबान से निकले शब्द कब क्या असर कर दे ये कहना मुश्किल है. इसलिए बुजुर्गों ने कहा है कि बाते जुबाँ से अदब वाली निकलनी चाहिए. बात जुबाँ पर हो रही है तो आइए बता दें बिहार की राजनीति के केंद्र में गिने जाने वाले वर्तमान जद यू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपनी जुबाँ से पत्रकारों के लिए ऐसे शब्द बोले हैं जो हलाहल बन अब उनके गले की हड्डी बन गई है. हालिया सरकार बदलने के बाद जिसतरह जदयू के दो-दो मंत्रियों के आपराधिक छवि को लेकर हंगामा हुआ उसके बाद से नीतीश के दुलारे ललन ने अपने मुख से पत्रकारों के लिए गरल वमन करते हुए कहा कि “पत्रकारों को शराब नहीं मिल रहा इसलिए वे बिहार सरकार के खिलाफ खबर दिखा रहे हैं.” दरअसल ये बयान ललन ने खुले मंच से उस समय दिया जब वे अपने दो दिन के जनसंवाद यात्रा पर दो दिन के लिए लखीसराय गए थे. यह बयान उन्होंने मंगलवार को लखीसराय के महिसोना गांव में जनसंवाद के दौरान दिया. उनके इस बयान के बाद पत्रकारों में रोष व्यक्त है. बता दें कि पूर्व में भी नीतीश के इस दुलारे लाल की वजह से ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज होते रही है.

लखीसराय में जनसंवाद करते ललन सिंह

अपनी राजनीतिक रसूख के घमंड में चूर जद यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस अमर्यादित बयान के लिए WJAI ने उन्हें मर्यादा में रहने की नसीहत दी है. वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की बिहार इकाई ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के उस बयान की तीखी निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा था कि पत्रकारों को शराब नहीं मिल रहा इसलिए वे बिहार सरकार के खिलाफ खबर दिखा रहे हैं. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण बागी, राष्ट्रीय सचिव निखिल के.डी. वर्मा, संयुक्त सचिव मधुप मणि पिक्कू और प्रदेश महासचिव अनूप नारायण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता. अगर ललन सिंह ने ऐसा बयान दिया है तो उन्हें बताना चाहिए कि इस बयान का क्या आधार है ? कितने पत्रकार अबतक शराब पीते पकडे गए हैं, इसका आंकड़ा भी उन्हें देने चाहिए. एसोसिएशन का मानना है कि ललन सिंह का बयान बिलकुल गैर जिम्मेदाराना है. उन्हें तत्काल अपना बयान वापस लेना चाहिए और खेद व्यक्त करना चाहिए. श्री बागी ने कहा है कि पत्रकार तथ्यों के आधार पर खबरें दिखाते हैं. किसी को अच्छा या बुरा लगने के लिए ख़बरें नहीं प्रकाशित की जाती हैं. यह बयान स्वीकार्य नहीं है.

अब देखना ये होगा कि मुख से गरल वमन करने वाले ललन सिंह क्या इस गरल को वापस गटक मामले का पटाक्षेप करते है या फिर किसी नए शब्दों से नव गरल का निर्माण.

पटना से ओ पी पाण्डेय की रिपोर्ट

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