मसालों में मिलावट से रहें सावधान! पहुंचाते हैं नुकसान
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने खुले मसालों की बिक्री पर रोक लगा दिया है. लेकिन फिर भी जानकारी के अभाव में कई सारे लोग खुले मसालों का सेवन आज भी कर रहे हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो यह लेख आपके लिए है. यहां हम सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले मसाले लाल मिर्च और धनिया पाउडर में मिलावट और इसकी शुद्धता को जांचने के उपाय आपको बता रहे हैं.
आजकल खाने-पीने की हर चीज में मिलावट होने लगी है. इससे आपके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ने लगा है. मार्केट में शुद्ध चीजें मिलना मुश्किल हो गया है.आप सब्जी लेने जाएँ या चिकेन सब जगह कुछ घाल मेल नजर आता है. अब तो रसोई में हर वक्त इस्तेमाल होने वाले मसालों में भी खूब मिलावट पाई जाने लगी है. मसालों में रंग और कई तरह के दूसरे पदार्थों की मिलावट की जाने लगी है. ऐसे में मिलावट के इस खेल से बचने के लिए आपको खाद्य पदार्थों में मिलावट का पता होना चाहिए.
जानते हैं मसालों में मिलावट की आप ऐसे पहचान कर सकते हैं.
काली मिर्च– काली मिर्च में पपीते के बीजों की मिलावट कर दी जाती है. ऐसा करने से इनका वजन ज्यादा हो जाता है और मुनाफाखोर मुनाफा कमाते हैं. इसे चेक करने के लिए आप काली मिर्च को पानी या शराब में डाल दें. अगर काली मिर्च तैरती दिखाई दें, तो नकली हैं और अगर डूब जाए तो असली हैं.
लाल मिर्च – मार्केट में मिलने वाली खुली मिर्च में खूब मिलावट होती है. कई बार मिर्च में लाल रंग, लाल ईंट या कबेलू का बारीक पीस कर भी मिला दिया जाता है. मार्केट में मिलने वाली लाल मिर्च में कलर काफी मिला रहता है. इसे चेक करने के लिए आप मिर्च पाउडर को पानी में डालकर देखें. अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता रहे तो ये शुद्ध है और अगर डूब जाए तो इसमें मिलावट की गई है.
हल्दी पाउडर– बाजार में मिलने वाले हल्दी पाउडर में भी अक्सर मिलावट पाई जाती है. हल्दी में मेटानिल येलो नामक रसायन की मिलावट की जाती है, जिससे कैंसर जैसी बीमारी का खतरा रहता है. इसे चेक करने के लिए हल्दी पाउडर में कुछ बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और कुछ बूंदे पानी की डालकर चेक करें. अगर हल्दी का कलर गुलाबी या बैंगनी हो जाए, तो इसमें मिलावट है.
धनिया पाउडर– धनिया पाउडर में भी काफी मिलावट पाई जाती है. लोग इसमें कई तरह के खरपतवार को बारीक से पीस कर मिला देते हैं. इसके अलावा आटे की भूसी को भी धनिया में मिला दिया जाता है. अगर धनिया पाउडर से खुशबू नहीं आए तो समझिए कि कुछ मिलावट की गई है.
दाल चीनी– कई बार गरम मसाले में दालचीनी में काफी मिलावट कर दी जाती है. इसमें मिलावट करके पैकेट्स में पैक कर दिया जाता है. इससे ग्राहक को आसानी से गुमराह किया जा सकता है. दालचीनी में अमरूद की छाल की मिलावट की जाती है. इसे परखने के लिए हाथ पर रगड़कर देखें. अगर कुछ कलर नजर आए, तो यह असली है नहीं तो नकली है.
हल्दी में मक्के का पाउडर, पीला रंग और चावल की कनकी मिलाई जा रही है. यह मिलावट लीवर पर कहर बरपा रही है.
मिर्च में लाल रंग, फटकी, चावल की भूसी मिलाई जा रही है, जिसके कारण लीवर सिकुड़ने की शिकायत पाई जा रही है.
धनिये में हरा रंग, धनिए की सींक मिलाने से लीवर पर सूजन होती है जो सेहत की दृष्टि से खतरनाक है.
अमचूर में अरारोठ, कैंथ, चावल की कनकी मिलाई जा रही है, जिससे पेट संबंधी कई रोग पनप रहे हैं.
गरम मसाला में मुख्य रूप से लौंग की लकड़ी, दालचीनी, काली मिर्च जैसे पदार्थ मिलाए जा रहे हैं, जिनसे अल्सर का खतरा बढ़ रहा है.
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