बिहार में एक हफ्ते में ऐसे 57 केस दर्ज
पीने वाले बच जा रहे हैं बेचने वाले पकड़े जा रहे
नया नियम आ रहा गिरफ़तारी में काम
शराब पीना अब बिहार में पहले की तरह जोखिम भरा भले न रहा, लेकिन शराब बेचना अब और भी मुश्किल हो गया है. शराब पीने वाले तो जुर्माना देकर बच निकल रहे हैं, लेकिन बेचने वालों को जेल तक पहुंचा दे रहे हैं. बिहार में पिछले एक सप्ताह में शराब पीते हुए 355 लोगों को पकड़ा गया है, जिनकी निशानदेही पर शराब आपूर्ति करने वाले 57 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है.
इसके अलावा शराब की होम डिलीवरी करने वाले 115 तस्करों को भी पुलिस ने पकड़ा है. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मई में एक से पांच तारीख के बीच पुलिस और उत्पाद विभाग ने 18 हजार से अधिक छापेमारी की जिसमें 2,265 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान 81 हजार लीटर से अधिक शराब भी जब्त की गई.
शराबबंदी से जुड़े कांडों के ट्रायल के साथ सजा दर में भी तेजी आई है. उत्पाद आयुक्त ने बताया कि सात मई तक मद्य निषेध से जुड़े 24 सौ से अधिक केस का ट्रायल पूरा कर लिया गया है. अप्रैल माह में 651 ट्रायल पूरा होने के बाद मई माह के पहले हफ्ते तक 29 को सजा सुनाई गई है. ई-नीलामी शुरू होने के बाद वाहनों की नीलामी भी तेज करने को कहा गया है.
Sunita singh