सुशासन या कुशासन
मास्टरमाइंड समेत आठ लोग गिरफ्तार
कर्मचारी की देखरेख में काटा गया पुल
रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड स्थित अमियावर गांव के पास नहर पर बने करीब 47 वर्ष पुराने लोहे के पुल की चोरी के मामले का एसआइटी खुलासा कर दिया. इस कांड को जल संसाधन विभाग के एसडीओ के इशारे पर ही अंजाम दिया गया था. इसमें नहर अवर प्रमंडल, नासरीगंज के एसडीओ, मौसमी कर्मचारी, चार कबाड़ीवाले, एक वाहन मालिक व एक राजद नेता को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, एसआइटी ने पुल की चोरी में प्रयुक्त एक जेसीबी, एक पिकअप, दो गैस सिलिंडर, दो गैस कटर, पुल के लोहे के 10 गाटर (करीब 247 किलो) और 3100 रुपये नकद बरामद किये हैं. यह जानकारी प्रेसवार्ता में एसपी आशीष भारती ने दी.
एसपी ने बताया कि गठन के तत्काल बाद एसआइटी सक्रिय हो गयी थी. अनुसंधान के क्रम में पता चला कि नहर विभाग के मौसमी कर्मचारी अरविंद कुमार की देखरेख में पुल को कटवाया गया है. पूछताछ में पता चला कि नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज के एसडीओ राधेश्याम सिंह (मूल निवासी कैमूर के कुदरा थाना क्षेत्र के फुल्ली गांव) के इशारे पर पूरी घटना को अंजाम दिया गया है. इसमें नासरीगंज प्रखंड राजद के अध्यक्ष शिव कल्याण भारद्वाज ने 10 हजार रुपये पर संरक्षण देने का काम किया.
जांच में कड़ी-से कड़ी मिलती गयी और इस कांड में सोन नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज के एसडीओ राधेश्याम सिंह, नहर विभाग के मौसमी कर्मचारी अरविंद कुमार, घटना में प्रयुक्त वाहन मालिक नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर गांव निवासी चंदन कुमार, राजद प्रखंड अध्यक्ष शिव कल्याण भारद्वाज, अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के गोपीगढ़ गांव निवासी कबाड़ीवाला मनीष कुमार, उसी गांव का कबाड़ीवाला सच्चिदानंद सिंह, जयनगर गांव निवासी कबाड़ीवाला गोपाल कुमार व चंदन बिगहा गांव निवासी कबाड़ीवाला चंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने बताया कि एसडीओ राधेश्याम सिंह के पास से 3100 रुपये नकद सहित घटना में प्रयुक्त एक जेसीबी मशीन, एक पिकअप वैन, 10 लोहे के गाटर, दो गैस सिलिंडर व दो गैस कटर जब्त किये गये हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही चोरी गये अन्य सामान की बरामदगी के साथ अन्य आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. इस कांड का खुलासा करने वाले सभी पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.
लोहे के पुल की चोरी की प्राथमिकी छह अप्रैल को सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज के जेइ ने दर्ज करायी थी. करीब 47 वर्ष पुराने इस पुल की लंबाई 60 फुट, चौड़ाई छह फुट व ऊंचाई 12 फुट थी. पुल के पास ही एक नया पुल बन जाने से 18-20 वर्ष से इस पुल का उपयोग नहीं हो रहा था. छह अप्रैल को ही घटनास्थल की जांच कर नहर विभाग के कार्यपालक अभियंता ने इसकी सूचना अधीक्षण अभियंता, आरा को दे दी थी. डीएम ने इसकी जांच बीडीओ व सीओ से करायी थी. इसका प्रतिवेदन नौ अप्रैल को उन्होंने डीएम को सौंपा गया था.
अमित कुमार ,सासाराम