आरा, 27 जनवरी. जोश में भर गए बच्चे जब प्राचार्या ने अपने भाषण में कहा कि “मैं चाहती हूं कि मेरे बच्चे देश के सच्चे सिपाही बने, जो वक्त आने पर अपने देश के लिए कुर्वानी दे दे.” इतना सुनते ही ओजस्वी आवाज ने वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों के अंदर जोश और ऊर्जा का संचार कर दिया. उक्त बातें सम्भावना स्कूल की प्राचार्या ने बच्चों को देश के वीरो के बारे में बताते हुए उन्हें उनके राह पर चलने का निर्देश दिया.
रविवार को मझौवा स्थित शांति-स्मृति सम्भावना हाई स्कूल में निदेशक कुमार द्विजेन्द्र और शारदा-स्मृति सम्भावना पब्लिक स्कूल मौलाबाग में प्राचार्या अर्चना सिंह ने राष्ट्रीय झंडोतोलन कर 71वां गणतंत्र मनाया. इस मौके पर विद्यालय के निदेशक ने अपने भाषण में कहा कि कुछ राजनैतिक संगठनों द्वारा हमारे संवैधानिक संगठनों को बदनाम किया जा रहा है. विश्वविद्यालय अब राजनीति का अखाड़ा बन गए है.
वही विद्यालय की प्राचार्या अर्चना सिंह ने अपने भाषण में बच्चों को स्वतंत्रता आंदोलन में शरीक होने वाले वीरो के बारे में बताया. देश के लिए बलिदान देने वालों के जीवन के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि मैं अपने विद्यालय के बच्चों को ऐसा बनाना चाहती हूं जो बड़ा होकर भारत माता का सच्चा सिपाही बने और देश के लिए हँसते-हँसते अपने प्राण का बलिदान दे दे.
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत, संगीत और नृत्य से युक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया.
नृत्य नाटिका के जरिये बच्चों ने पुलावामा में CRPF काफिले पर हुए आतंकी हमले का सजीव चित्रण किया.
मंच संचालन उप प्राचार्य राघवेंद्र वर्मा, मंचीय परिकल्पना कला शिक्षक संजीव सिन्हा व विष्णु शंकर ने किया. गीत-संगीत संगीत शिक्षक सरोज कुमार और नृत्य निर्देशन शिक्षक चिंटू ने किया. धन्यवाद ज्ञापन दीपेश कुमार ने किया.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट