प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा और जापान का विशेष आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि ‘करीब 100 कंपनियों ने अपने उत्पाद एवं सेवाओं को पेश किया है. गुजरात महात्मा गांधी और सरदार पटेल की भूमि, व्यापार की भी भूमि है. यह कहा जाता है कि लोकतंत्र शीघ्र परिणाम और सुशासन नहीं प्रदान कर सकता, लेकिन हमने पिछले ढाई साल में देखा है कि यह संभव है’.प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे संस्थान और स्कॉलर्स दुनियाभर में पहचाने जाते हैं. भारत अनुसंधान और विकास का हब है. हमारे पास वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का दूसरा सबसे बड़ा पूल हैं. भारत में राज्यों और केंद्र के संयुक्त प्रयास मेक इन इंडिया के लिए बहुत द्वार खोल चुके हैं.पीएम ने कहा कि ‘मैं गुजरात सरकार का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने उन्नत नीतियों के आधार पर विदेशी निवेश को आकर्षित किया है. हमारी नीतियों का लाभ गांव और शहर दोनों को समान रूप से मिले. गांव और किसान तक लाभ पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है. हमारा विकास एजेंडा महत्वाकांक्षी है. हर गरीब के पास साल 2020 तक अपना घर होना चाहिए. हम यह लक्ष्य लेकर चल रहे हैं’.