हर जिले में खुलेगा सिमुलतला जैसा आवासीय विद्यालय
शिक्षा मंत्री ने कहा- सीटीइटी/एसटीइटी पास अभ्यर्थी ही नहीं राज्य में
तीन-चार साल से बैठे अभ्यर्थियों को धीरज रखना चाहिए
बिहार में शिक्षकों के 3.38 लाख पद खाली हैं इतने पद भरने के लिए समुचित संख्या में सीटीइटी/एसटीइटी पास अभ्यर्थी ही नहीं हैं. इन सब के बाद भी सातवें चरण का शिक्षक नियोजन जल्द शुरू होगा और इसकी तैयारी अंतिम दौर में है. यह बातें शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने विकास भवन स्थित सचिवालय में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शिक्षक नियोजन की आस में तीन-चार साल से बैठे अभ्यर्थियों को धीरज रखना चाहिए. हमें उनसे सहानुभूति है. उनकी चिंताओं से सरकार सहमत है.
नियोजन प्रक्रिया हर हाल में पूरी होगी. उन्होंने बताया कि शिक्षक संगठनों से हुई बातचीत में भी कुछ अहम बातें सामने आयी हैं. उनको शिक्षक नियोजन नियमावली में समाहित किया जायेगा. इससे पारदर्शी नियोजन में सहयोग मिलेगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. सरकार हर जिले मुख्यालय स्तर पर सिमुलतला आवासीय विद्यालय के तर्ज पर एक स्कूल खोलेगी. इस संबंध में जल्दी ही कवायद शुरू होगी.