बिहार में अक्टूबर महीने में बेरोजगारी की दर 13.9 प्रतिशत
सेंटर फार मॉनिटरिंग आफ इंडियन इकोनामी की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में अक्टूबर महीने में बेरोजगारी की दर 13.9 प्रतिशत रही. यह अक्टूबर की तुलना में तीन प्रतिशत से अधिक है. इसी अवधि में झारखंड में यह दर 18.1 प्रतिशत आंकी गई है. लेकिन, देश के अन्य राज्यों में इसी अवधि में हुई बेरोजगारी दर में वृद्धि की तुलना करें तो बिहार की स्थिति अधिक निराशाजनक नहीं है. अक्टूबर महीने का अध्ययन बताता है कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा (30.7)और राजस्थान (29.6) पहले और दूसरे नम्बर पर रहे.
जम्मू और कश्मीर में बेरोजगारी दर 22.2 प्रतिशत रही. आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में अक्टूबर महीने में बेरोजगारी दर छह प्रतिशत के नीचे रही. ओडिशा की उपलब्धि उल्लेखनीय है. इस राज्य में बेरोजगारी दर सबसे कम 1.1 प्रतिशत आंकी गई. 1.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ मध्य प्रदेश बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों में दूसरे नंबर पर रहा. बिहार के अलावा दिल्ली, गोवा, पंजाब और सिक्किम ऐसे राज्य हैं, जिनमें बेरोजगारी दर 10 से 15 प्रतिशत के बीच रही.
यह आश्चर्यजनक है कि मामूली ही सही शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर अधिक हैं. नवम्बर के पहले सप्ताह में देश का औसत बेरोजगारी दर 7.3 प्रतिशत आंका गया है. इसमें शहरी बेरोजगारी दर 7.4 और ग्रामीण 7.3 प्रतिशत है. बेरोजगारी दर का निर्धारण इस आधार पर होता है कि सौ लोग अगर काम की मांग कर रहे हैं तो उनमें से कितने लोगों को यह मिल पाता है.
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