दो कांडों का हुआ खुलासा, हथियार के साथ 8 गिरफ्तार

ब्लाइंड मर्डर केस की सुलझी गुत्थी,पकड़े गए सुपारी किलर

अवैध संबन्ध ने ली केक व्यवसायी की जान, बेंगलुरु से बुलाया सुपारी किलर




आरा, 30 जून. भोजपुर पुलिस ने गुरुवार को दो कांडों का पर्दाफाश एक साथ किया. एक भोजपुर के नारायणपुर में हुए भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष के हत्या के प्रयास व अवैध संबंध में बिहिया में बेकरी दुकानदार के ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है.

भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन दोनों मामलों का उद्भेदन किया जहां पुलिस ने दोनों मामलों में संलिप्त शूटर, लाइनर, सुपारी देने वाला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार करते हुए एक देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, दो गोली, दो मैगजीन, 5 मोबाइल व दो मोटरसाइकिल बरामद किया.

ब्लाइंड मर्डर की ऐसे सुलझी गुत्थी

भोजपुर SP ने बिहिया में हुए बेकरी दुकानदार की हत्या मामले का उद्भेदन करते हुए बताया कि पिछले 10 जून को बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया में केक व्यवसाई मनोहर उर्फ मिंची की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी थी. हत्या के बाद पहुंची पुलिस के लिए इस हत्या का कोई क्लू नही मिल रहा था यानि कि यह हत्या पुलिस के लिए पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर था, जिसके बाद जगदीशपुर डीएसपी के नेतृत्व में बिहिया थानाध्यक्ष व पुलिस बल के साथ एक टीम गठित हुई और अनुसंधान शुरू हुआ. अनुसंधान की दौरान परिजनों द्वारा अपराधियों का हुलिया जाना और जब पुलिस ने मृतक के मोबाइल का सीडीआर खंगाला तो पुलिस के हाथ सबसे ज्यादा बात होने वाला नंबर हाथ लगा. जब उस नम्बर की जांच की गई तब परत दर परत मामला खुलते गया और घटना में संलिप्त लाल बाबू प्रसाद को गिरफ्तार किया गया. लाल बाबू की गिरफ्तारी के बाद मामले में दिलचस्प मोड़ आया. पता चला कि लालबाबू की पत्नी के साथ केक व्यवसाई का अवैध संबंध था. यही अवैध सम्बंध केक व्यवसायी की हत्या का कारण बना. अपनी पत्नी के साथ केक व्यवसायी के साथ अवैध सम्बंध सेआक्रोशित लालबाबू प्रसाद ने बिहिया के रहने वाले कुछ जानने वाले अपराधियों को जो वर्तमान में बेंगलुरु में रहते थे को बुलाकर डेढ़ लाख रुपए में केक व्यवसायी की हत्या की सुपारी दे दी. उसने सुपारी के लिए एडवांस के तौर पर ₹-80000/- रुपये सुपारी किलर्स को दे दिया.

10 जून को हत्या वाली रात सुपारी किलर्स के साथ लालबाबू प्रसाद भी केक व्यवसायी की हत्या के बाद रात को एक पेड़ के नीचे छुपे फिर सुबह होने पर सभी अभियुक्त इधर-उधर फरार हो गए. लेकिन हर हत्या के बाद जैसा कि अपराधी अपना निशान छोड़ जाते हैं इस ब्लाइंड हत्या में भी वह सुराग पुलिस के हाथ लगा और सभी अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पकड़े गए अभियुक्तों में लाल बाबू प्रसाद, गुड्डू यादव, कमलेश कुमार उर्फ कमलवास यादव, उमेश यादव उर्फ तबेला, दश‌ई यादव व धनजी नट है. पुलिस ने इनके पास से एक देसी कट्टा, 3 मोबाइल व एक मोटरसाइकिल भी बरामद किया है. वही इस मामले में एक अन्य अभियुक्त फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

अवैध गतिविधियों पर टोकना पड़ा भारी, बाल-बाल बचे नेता जी

वही दूसरे मामले का उद्भेदन करते हुए भोजपुर SP प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष जटा पांडे की हत्या के प्रयास अवैध गतिविधियों का विरोध करने के कारण हुआ था, जिस मामले में 2 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

ऐसे हुआ था हत्या का प्रयास

2 अप्रैल का दिन था और आम दिन की तरह भाजपा नेता जटा पांडे अपने दरवाजे पर कुछ लोगों के साथ बैठे हुए थे. इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग वहाँ आये अंधाधुंध फायरिंग करने लगे जिसमें वहां पर बैठे सत्यदेव सिंह को गोली लग गई और वे जख्मी हो गए. जिसके बाद पीरो SDPO, नारायणपुर थाना व डीआईयू (DIU) की टीम के साथ एक टीम का गठन हुआ. टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में दो अभियुक्तों सूरज कुमार सिंह व कृष्ण कुमार को एक देसी पिस्तौल, दो गोली, दो मैगजीन, दो मोबाइल, एक लूट की मोटरसाइकिल के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया.

SP ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि वे जो भी अवैध गतिविधियां करते थे उसमें जटा पांडे रोक-टोक कर अड़चन पैदा करते थे इसलिए उनकी हत्या करने गए थे लेकिन गोली दूसरे को लग गई.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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