दिल्ली/पटना।। देश भर में 2 दिन तक चले ट्रांसपोर्टर्स के आंदोलन की वजह से पेट्रोल, डीजल, दूध और सब्जी से लेकर तमाम जरूरी चीजों की किल्लत हो गई. राष्ट्रव्यापी चक्का जाम कर रहे ट्रांसपोर्टर केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून का विरोध कर रहे थे, जिसके तहत ड्राइवर को सख्त सजा का प्रावधान किया गया था.
लेकिन इसका विरोध जताते हुए ट्रांसपोर्टर 3 दिन की हड़ताल पर चले गए थे. दो दिन में ही जब देशभर में त्रुटि चीजों की किल्लत हो गई तो सरकार ने ट्रांसपोर्टर के साथ वार्ता की केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला के साथ अखिल भारतीय ट्रांसपोर्टर कांग्रेस की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि फिलहाल यह कानून लागू नहीं होगा.
अब सरकार इस कानून को लागू करने से पहले ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की राय लेगी. इसके बाद केंद्रीय सचिव अजय कुमार भल्ला ने ट्रांसपोर्टर्स से कम पर लौटने की अपील की. जानकारी के मुताबिक बुधवार से कई जगहों पर ट्रांसपोर्टर काम पर लौट आए हैं जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू होने की उम्मीद है और जरूरी चीजों की आवाजाही भी सुचारु होने की संभावना है.
बता दें कि केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के विरोध में पूरे बिहार में वाहन चालक मंगलवार को हड़ताल पर उतर आए. पटना, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा, जहानाबाद समेत अन्य जिलों में ऑटो, ट्रक, बस के ड्राइवरों ने धरना शुरू कर दिया. सड़कें जाम कर प्रदर्शन किया जा गया. राजधानी पटना समेत अन्य शहरों में ऑटो नहीं चलने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा .हड़ताल और प्रदर्शन के चलते राज्य के प्रमुख मार्गों और हाइवे पर जाम लगने से वाहनों की लंबी कतारें लग गई.
दरअसल, मोटर व्हीकल कानून में संशोधन कर हिट एंड रन के मामले में मौत होने पर नए प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत अगर एक्सीडेंट के समय कोई ड्राइवर पुलिस या प्रशासन को बिना सूचना दिए भाग जाता तो उसे 10 साल की जेल होगी और 7 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा. देशभर के वाहन चालक इस संशोधन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
अजीत के साथ ओम प्रकाश पांडेय