पर्यटन और पर्यावरण विभाग की संयुक्त बैठक में शामिल हुए मंत्री

राज्य एवं केन्द्र की योजनाओं पर हुई चर्चा, ईको टूरिज्म को समृद्ध बनाने हेतु मंत्रियों ने दी सहमति

पटना, 21 जून : पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग बिहार और पर्यटन विभाग बिहार की संयुक्त बैठक आज अरण्य भवन पटना में संपन्न हुई जिसमें दोनों विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार और नीतीश मिश्रा मौजूद रहे। इस अवसर पर दोनों मंत्रियों द्वारा राज्य एवं केंद्र की लंबित योजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हई। साथ ही बिहार में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के सुझावों पर भी सहमति बनी. बैठक के उपरांत मंत्रियों द्वारा अरण्य भवन में पौधारोपण भी किया गया। इस दौरान दोनों मंत्रियों ने प्रदेशवासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “एक पेड़ मां के नाम” और Plant4Mother कैंपेन को आगे बढ़ाने की अपील की.




बैठक में गया जिलान्तर्गत गुरपा में पर्यटन विभाग द्वारा राशि 917.52 लाख रूपया की योजना स्वीकृत किया गया है योजना का कार्यान्वयन वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा बोधगया स्थित माया सरोवर की भूमि रकवा 5.64 एकड़ पर्यावरण विभाग को हस्तानांतरण का प्रस्ताव, साथ ही इस भूमि के बदले पर्यटकीय विकास हेतु जे.पी. पार्क, बोधगया की सम्पूर्ण भूमि को पर्यटन विभाग को हस्तानांतरित करने पर निर्णय लिया गया. साथ ही इको पर्यटन के विकास हेतु पर्यावरण विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा MoU किया जाना है. कैमुर जिलान्तर्गत मुंडेश्वरी पर्वत पर रोपवे अधिष्ठापन हेतु वन मंजूरी, राजगीर स्थित जू एवं नेचर सफारी में ग्रुप पर्यटकों हेतु एवं टूर ऑपरेटर हेतु प्राथमिकता, रियायती दर पर बल्क टिकट की सुविधा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई.

इसके अलावा निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई.

  • स्वर्गीय दशरथ मांझी स्थल, गया में पर्यटकीय विकास.

वाणावर जहानाबाद में पर्यटकीय विकास.

रोहतासगढ़ किला, रोहतास में पर्यटकीय विकास.

शेरगढ़ किला, रोहतास में पर्यटकीय विकास.

धुआँ कुण्ड, सासाराम में पर्यटकीय विकास.

मांझर कुण्ड, सासाराम में पर्यटकीय विकास.

  • तुतला भवानी, रोहतास में पर्यटकीय विकास.

गुप्ताधाम, रोहतास में पर्यटकीय विकास.

  • संयुक्त रूप से पर्यटन स्थलों को विकसित करना.
  • मों मंगला गौरी गया में पर्यटकीय विकास करना.

डुंगेश्वरी पर्वत बोधगया में पर्यटकीय विकास करना.

करमचट डैम, रोहतास में पर्यटकीय विकास करना.

  • वाल्मीकिनगर, पश्चिम चम्पारण में पर्यटकीय विकास करना।
  • घोड़ा-कटोरा, राजगीर में पर्यटकीय विकास करना।
  • मंदार में पर्यटकीय विकास करना।

जहानाबाद जिलान्तर्गत होटल नार्गाजुन विहार तथा अन्य होटलों के संचालन हेतु 60:40 के अनुपात में राजस्व पर MOU का निर्णय.

दोनों विभागों के संयुक्त बैठक में आश्रयणियों एवं वन क्षेत्रों तथा उससे सटे इलाकों में ईको टूरिज्म / टूरिज्म बढ़ाने हेतु वनक्षेत्र के भीतर वन विभाग द्वारा तथा वन क्षेत्र के बाहर पर्यटन विभाग द्वारा योजनाबद्ध रूप से समन्वय बिठा कर आधारभूत संरचनाओं का विकास, ईको टूरिज्म क्षेत्रों एवं सुविधाओं के वृहत प्रचार-प्रसार हेतु अतिरिक्त निधि की प्राप्ति एवं पर्यटन विभाग के पास इस हेतु उपलब्ध श्रोतों का उपयोग, पर्यटन विभाग द्वारा वानिकी क्षेत्रों के प्रचार-प्रसार में अपने विभाग के लोगो के साथ-साथ वन विभाग का भी लोगो प्रदर्शित करना और पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ स्थानीय ईको टूरिज्म स्थलों का भी प्रचार-प्रसार एक पैकेज के रूप में किए जाने के साथ वन विभाग के ईको टूरिज्म विंग में पर्यटन विभाग से अधियाचित मानव बल उपलब्ध कराए जाने, वन विभाग तथा पर्यटन विभाग द्वारा सूचीबद्ध किए गए आर्किटेक्ट/कंसलटेंट / इंजीनियर आदि के परस्पर उपयोग किए जाने पर निर्णय, दोनों विभाग अपनी योजनाएँ (स्वीकृत एवं प्रस्तावित) एक दूसरे से साझा करें, जिससे किसी भी स्थल पर क्षमता के अनुरूप कार्य हो सके एवं योजना के दोहराव की संभावना न हो, दोनों विभाग कम से कम दो परियोजनाओं को Priority Projects के रूप में चिन्हित कर प्रारंभ करने पर विचार करें, किसी भी विभाग के स्तर से पर्यटन/ईको-पर्यटन संबंधी कार्यशालायें / कार्यक्रम / समारोह आयोजित किए जाने की स्थिति में दूसरे विभाग के संबंधित पदाधिकारी/कंसलटेंट / विशेषज्ञ आदि को आमंत्रित किए जाने के विषय पर विचार किया गया. इसके अलावा वन क्षेत्रों से सटे एवं वनों पर आधारित समुदायों को आतिथ्य, गाईड आदि विषयों में कौशल एवं क्षमता विकास पर प्रशिक्षण दिए जाने, स्थानीय समुदायों द्वारा लघु वन उत्पाद से निर्मित सामग्री का विपणन पर्यटन विभाग के आयुटलेट (Outlet) से किये जाने पर विचार करने, Promotional activities में वन विभाग के पदाधिकारी/कर्मचारी एवं मानव बल का उपयोग भी किया जाना और परस्पर पर्यटन संबंधी ऑकड़ों को शेयर (Share) करने पर भी जोर दिया गया.

बैठक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव, बंदना प्रेयषी, सचिव पर्यटन विभाग, अभय कुमार सिंह के साथ विभाग के वरीय पदाधिकारी एन. जवाहर बाबू, प्रभात कुमार गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, अभय कुमार सिंह एवं नंद किशोर उपस्थित रहे.

pncb

By dnv md

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