अयोध्या राम मंदिर के लाइव प्रसारण पर भी तमिलनाडु सरकार ने लगाया बैन

पटना,22 जनवरी(ओ. पी. पांडेय). देश के कोने कोने में जहाँ अयोध्या में प्रभु श्रीराम के आगमन को लेकर एक उत्सव का माहौल है और पूरा देश उनके प्राण-प्रतिष्ठा के इस दिवस को पुनः दीपावली की तरह उत्सवनुमा मनाने में व्यस्त है. हर घर की चौखट और आंगन दिए से सज कर तैयार हैं. हाल यह है कि देश के कई बड़े नामी हस्ती जहाँ मंदिरों और उसके आसपास के इलाके में अपना श्रम दान दे रहें हैं.




आलम यह है कि इस श्रमदान में बॉलीवुड ही नही हॉलीवुड तक के कलाकारों की AI द्वारा जेनेरेट तस्वीरों में सुपर हीरो सफाई करते और मंदिरों को सजाते देखे जा रहे हैं जो वायरल हैं.

ऐसे उत्सवी माहौल में इस उत्सव में तमिलनाडु के लोगों को दूर रहने का तमिलनाडु सरकार ने फरमान जारी किया है. यहाँ तक कि तमिलनाडु सरकार ने 22 जनवरी 2024 को होने वाले अयोध्या के राम मंदिर #AyodhaRamMandir कार्यक्रमों के लाइव प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है.

बताते चलें कि तमिलनाडु में प्रभु श्री राम के 200 से ज़्यादा मंदिर हैं. HR&CE द्वारा मंदिरों प्रबंधित श्री राम के नाम पर भी किसी प्रकार की पूजा, भजन, कीर्तन, प्रसादम एवं अन्नदान की अनुमति नहीं है. यहाँ तक कि मंदिरों में लगाये गए लाइव प्रसारण के डिस्प्ले तक निकलवा दिए गए.

यहाँ तक पुलिस निजी तौर पर संचालित मंदिरों को भी कार्यक्रम आयोजित करने से रोक रही है. यहां तक कि आयोजकों को पंडाल तोड़ने की धमकी तक दे रहे हैं. इस बात की जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर करते हुए इसकी निंदा किया है.उन्होंने लिखा है कि वे DMK राज्य सरकार के इस हिंदू विरोधी, घृणित कार्रवाई की कड़ी निंदा करती हैं.

तमिलनाडु सरकार को डर सता रहा है कि श्रीराम के प्रति लोगों के इस समर्पण के बाद कहीं उनकी सरकार न चली जाए इसलिए अपने प्रदेश के लोगों को श्रीराम से दूर रहने का फरमान जारी हुआ है.

ऐसे में देखना यह होगा कि सरकार के इस तुगलकी फरमान के बाद जनता क्या गुल खिलाती है. क्या रामभक्त अपने आराध्य को पूजते हैं या इस फरमान के डर से वे दुबके अपनी आवाज की चुप्पी साध लेते हैं. वैसे इस बात के बाद पूरे देश में इसकी निंदा की जा रही है.

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