चंद्रयान 3 पर गर्व है:पीएम मोदी का पहला बयान
इसरो की टीम और देश के वैज्ञानिकों को बधाई
भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया. चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी प्रक्रिया देखने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग शहर से वचुर्अल माध्यम के जरिए भारतीय अंतरिक्ष केंद्र अनुसंधान केंद्र से जुड़े. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये देश के लिए गर्व का पल है.पीएम मोदी ने कहा, ”जीवन धन्य हो गया है. ये क्षण जीत के पथ पर चलने का है. ये पल 140 करोड़ की धड़कनों का है आज हर घर में उत्सव शुरू हो गया है. मैं चंद्रयान-3 की टीम और देश के वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं.उन्होंने आगे कहा कि साइंटिस्ट के परिश्रम से हम उस दक्षिण ध्रुव पर पहुंच गए जहां पर कि कोई नहीं पहुंच पाया है. आज सारे मिथक बदल जाएंगे. हम धरती को मां कहते औऱ चांद को मामा कहते हैं. कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि यह पल अविस्मरणीय है, यह क्षण अभूतपूर्व है, यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है. यह क्षण नए भारत के जयघोष का है. यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है. यह क्षण जीत के चंद्र पथ पर चलने का है. यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सार्म्थय का है. यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नये विश्वास, नई चेतना का है. दरअसल, चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग भारत से पहले चीन, अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ कर चुके हैं. लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम बुधवार की शाम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह एक ऐसी उपलब्धि है, जो अब तक किसी भी देश को हासिल नहीं हुई है. भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है.
अधिकारियों के हवाले से बताया कि सॉफ्ट-लैंडिंग के बाद रोवर अपने एक साइड पैनल का उपयोग करके लैंडर के अंदर से चंद्रमा की सतह पर उतरेगा, जो रैंप के रूप में कार्य करेगा. उन्होंने बताया कि लैंडिंग के बाद लैंडर को उसमें मौजूद इंजनों के चंद्रमा की सतह के करीब सक्रिय होने के कारण धूल की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.इसरो के अनुसार, चंद्रमा की सतह और आसपास के वातावरण का अध्ययन करने के लिए लैंडर और रोवर के पास एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के लगभग 14 दिन के बराबर) का समय होगा.
भारत दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था,बनेगा विश्व का ग्रोथ इंजन: पीएम
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. जल्द ही भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं.पीएम मोदी ने बताया कि ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल ने दस सालों में हमारे आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि 2009 में जब ब्रिक्स की पहला समिट आयोजित हुआ था तो विश्व एक बड़े आर्थिक संकट से बाहर आ रहा था. इस दौरान ब्रिक्स वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आशा की नई किरण के रूप में उभरा था. हिंदुस्तान जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था का देश हो जाएगा.