नाटक में लॉक डाउन के दृश्य की जीवंत प्रस्तुति की
आरा। रेडक्रॉस के बगल में स्थित मंगलम द वेन्यू में चल रहे अभिनव एवं ऐक्ट द्वारा आयोजित 20 दिवसीय निःशुल्क नाट्य कार्यशाला के सतहरवें दिन बच्चों को नाटक पूरा करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान ओपी पांडेय द्वारा एक टीम को नाटक का पूर्वाभ्यास कराया गया। फिर शैलेन्द्र सच्चु के द्वारा दूसरे टीम का पूर्वाभ्यास हुआ।दोनों ही टीम अपनी प्रस्तुति होने वाले कार्यक्रम में देंगे। कार्यशाला के पहले सत्र में वरिष्ठ रंगकर्मी आशोक मानव ने कलाकारों से कहा कि किसी भी कार्य को एक आंदोलन के जैसा करना होगा।
इस दौरान कार्यशाला में आये अतिथि पंकज कुमार सिंह ने बच्चों को नई दिशा प्रदान किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि वो जैसा भी काम करते है या कर रहे है वो जुनून के साथ काम को करें। जब तक आप जुनून के साथ काम नहीं करते है तो वो काम आप अच्छे से नहीं कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि काम को इस कदर करना चाहिए कि लोग आपको पागल ही बोल दें। तो आप लोग किसी भी काम को पागलों की तरह करों। इस दौरान उन्होंने बच्चों को मोटिवेट किया।
उसके बाद आरा के वरिष्ठ संगीतकार सतीश मुन्ना ने बांसुरी की धुन पर बच्चों से नाटक कराया। बांसुरी की धुन पर भी नाटक का रूप बच्चों को सिखाया गया। वहीं कार्यशाला के अध्यक्ष व वरिष्ठ रंगकर्मी रवींद्र भारती ने बताया कि सभी बच्चों को नाटक करने के लिए तैयार किया जा रहा है। कार्यक्रम के दिन नाट्य, गान, नृत्य व और भी कला प्रस्तुत बच्चे करेंगे। उसके बाद कोरियोग्राफर धीरज ने बच्चों को नृत्य के गुर सिखाया। मौके पर मौजूद बजरंगदल के मीडिया प्रभारी और भोजपुरी में अश्लीलता फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठाने वाले पवन ने बच्चों को अश्लीलता फैलाने वाले गानों को नजरअंदाज करने की सलाह दी। कार्यशाला में मनोज श्रीवास्तव मौजूद थे।