कंबोडिया स्थित अंकोरवाट के बाद दूसरा सबसे बड़ा मंदिर
183 एकड़ में फैलामंदिर ,12 सालों में बनकर हुआ तैयार
हजारों हिंदू और अन्य धर्मों के लोग यहां पहुंचते हैं
हिन्दू परम्पराओं को दुनिया तक पहुंचाना लक्ष्य
अमेरिकी के न्यू जर्सी में 8 अक्टूबर को भारत के बाहर दुनिया के दूसरे सबसे बड़े हिंदू मंदिर का उद्घाटन होगा. न्यू जर्सी रॉबिन्सविले टाउनशिप में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर को पूरे अमेरिका के 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों ने 12 सालों में बनाया है. मंदिर के औपचारिक उद्घाटन से पहले ही यहां दर्शन के लिए रोजाना हजारों लोग आते हैं. अधरधाम के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर 183 एकड़ क्षेत्र में बनाया गया है.
यह मंदिर 183 एकड़ में फैला है और वर्तमान में देश भर से हजारों हिंदू और अन्य धर्मों के लोग यहां पहुंचते हैं. इस मंदिर को प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार बनाया गया है और इसमें 10,000 मूर्तियों एवं प्रतिमाओं, भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों और नृत्य रूपों की नक्काशी सहित प्राचीन भारतीय संस्कृति को दर्शाया गया है.
यह मंदिर कंबोडिया स्थित अंकोरवाट के बाद दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है. नयी दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर 100 एकड़ में बना है. इसे 2005 में आम लोगों के लिए खोला गया था. बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के अक्षरवत्सलदास स्वामी ने कहा कि हमारे आध्यात्मिक नेता (प्रमुख स्वामी महाराज) की सोच थी कि पश्चिमी गोलार्ध में एक ऐसा स्थान होना चाहिए जो केवल हिंदुओं, केवल भारतीयों या केवल कुछ लोगों के समूहों का न होकर दुनिया के सभी लोगों के लिए हो. यह स्थान पूरी दुनिया के लिए होना चाहिए, जहां लोग आ सकें और हिंदू परंपरा के कुछ मूल्यों, सार्वभौमिक मूल्यों को सीख सकें.’
अक्षरवत्सलदास स्वामी ने कहा कि यह उनकी (प्रमुख स्वामी महाराज की) इच्छा थी और यह उनका संकल्प था. उनके संकल्प के अनुसार, यह अक्षरधाम पारंपरिक हिंदू मंदिर वास्तुकला के अनुरूप बनाया गया है.’’ इस मंदिर का औपचारिक रूप से उद्घाटन आठ अक्टूबर को किया जाएगा और इसे 18 अक्टूबर से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.
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