कहा- एम्स बचाने को करें पहल
एक बारिश ने खोल दी डीएमसीएच के उद्धार की पोल
संजय मिश्र,दरभंगा
शनिवार को दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर ने पटना में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात की. उनसे आग्रह किया कि दरभंगा एम्स के जल्द निर्माण पर पहल करें. उधर एक दिन की कड़क बारिश ने उन लोगों की पोल खोल कर रख दी है कि एम्स को प्रस्तावित मौलिक साइट से भगाने के बाद डीएमसीएच का कायाकल्प हो जाएगा. बारिश से कॉलेज ही नहीं बल्कि अस्पताल के तमाम वार्ड पानी से उपलाने लगे. मरीज भागने लगे और उन्हीं लोगों को कॉलेज के क्लास ठप करने की नोटिस निकालने पड़े जो एम्स को भगाने के अगुआ लोगों में शामिल हो गए.
सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े संस्थानों की दुर्दशा से राज्यपाल को उन्होंने अवगत कराया. सांसद के साथ बीजेपी नेता संजय सिंह उर्फ पप्पू सिंह और कुणाल सिंह भी मौजूद रहे. सांसद ने राज्यपाल से कहा कि दरभंगा एम्स मिथिला और नेपाल के करोड़ों लोगों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक वरदान साबित होगा. लेकिन बिहार सरकार के असहयोगात्मक रवैया एवं अटकाने, लटकाने एवं भटकाने वाली नीति के कारण इसका निर्माण कार्य वर्षों से लंबित पड़ा है. फुटबाल की तरह कभी इधर तो कभी उधर वाली स्थिति बना दी गई है.
उन्होंने राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट करते हुए मिथिला क्षेत्र के करोड़ों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015-16 के आम बजट में बिहार में दूसरे एम्स निर्माण को मंजूरी दिया था. और 15 सितंबर 2020 को दरभंगा में 1264 करोड़ की लागत से 750 बेड वाले एम्स निर्माण को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी दिलाई. केंद्रीय कैबिनेट के स्वीकृति से अगले 48 महीना के भीतर इसका निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया था. एम्स के कार्य को गति प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा दरभंगा एम्स में निदेशक का भी पदस्थापन कर दिया गया है.
सांसद ने उन्हें बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा एम्स निर्माण हेतु डीएमसीएच की 300 एकड़ जमीन में से 200 एकड़ भूमि पर एम्स बनाने के प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट से स्वीकृति देते हुए जमीन केंद्र को हस्तांतरित कर दिया गया. लगभग 14 करोड़ की लागत से प्रथम फेज में 75 एकड़ जमीन पर मिट्टी भराई एवं पुराने भवनों को तोड़ने का कार्य भी पूर्ण हो चुका है. एम्स निर्माण की दिशा में अग्रेतर कारवाई के लिए जनवरी 2023 में केंद्रीय टीम इस जमीन का निरीक्षण करने आई तो कुछ दिन बाद ही बिहार के मुख्यमंत्री अपने समाधान यात्रा के दौरान इसके स्थल परिवर्तन की घोषणा कर इसका निर्माण प्रारंभ होने से पहले इसको अधर में लटका दिए.
उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार के सीएम राजनीतिक द्वेष एवं मिथिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित रखने के उद्देश्य से दरभंगा एम्स को अटकाने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने राज्यपाल को ध्यान दिलाया कि दरभंगा एम्स के साथ और बाद में घोषित अन्य सभी राज्यों में एम्स बनकर तैयार हो चुका है. उन्होंने राज्यपाल से दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ करवाने का अनुरोध किया.सांसद ने राज्यपाल को दरभंगा आकर तमाम संस्थानों की दुर्दशा का खुद से अवलोकन करने की गुजारिश की.