पीएम मोदी ने ‘आदि महोत्सव’ का किया उद्घाटन
हमारी सरकार वंचितों को वरीयता दे रही है
आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान आदि महोत्सव भारत की आदिवासी विरासत की भव्य तस्वीर पेश कर रहा है.पीएम मोदी ने आदि महोत्सव में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान “आदिवासी समाज का कल्याण भी मेरे लिए व्यक्तिगत संबंध और भावनाओं का विषय है.आदि महोत्सव’ राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिपुरा की पारंपरिक पगड़ी भेंट की.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान आदि महोत्सव भारत की आदिवासी विरासत की भव्य तस्वीर पेश कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि 21वीं सदी का भारत सबका साथ, सबका विकास” के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है.इस दौरान पीएम वहां लगे आदिवासी उत्पादों की स्टाल पर जाकर कारीगरों से भी मिले. उन्होंने ये बीते 8-9 वर्षों में आदिवासी समाज की यात्रा इस बदलाव की साक्षी रही है कि देश कैसे समानता और समरसता को प्राथमिकता दे रहा है.पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार देश ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की है.’
आदि महोत्सव’ के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी कारीगरों से भी बात की. पीएम ने कहा कि देश जब आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को अपनी प्राथमिकता मानता है, तो प्रगति के रास्ते अपने आप खुल जाते हैं. हमारी सरकार वंचितों को वरीयता दे रही है.इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में हमारे जनजातीय समाज ने बड़ी भूमिका निभाई थी, लेकिन दशकों तक इतिहास के उन स्वर्णिम अध्यायों पर, वीर-वीरांगनाओं के उन बलिदानों पर पर्दा डालने के प्रयास होते रहे.
पीएम ने कहा आदिवासी युवाओं को भाषा की बाधा की वजह से बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता था, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में पढ़ाई के विकल्प भी खोल दिए गए हैं.उन्होंने कहा कि आज सरकार का जोर जनजातीय आर्ट्स को प्रमोट करने, जनजातीय युवाओं के स्किल को बढ़ाने पर भी है. इस बार के बजट में पारंपरिक कारीगरों के लिए पीएम- विश्वकर्मा योजना शुरू करने का एलान किया गया है.
PNCDESK