शराब और बालू की तस्करी को लेकर बिहार पुलिस अपने महकमे के लोगों पर भी सख्ती बरत रही है. तभी तो पिछले कुछ दिनों के भीतर ही राजधानी के तीन थानेदार सस्पेंड हो चुके हैं. उनपर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा भी की गई है. इस बीच रविवार को एक और थानेदार पर गाज गिर गई.
लगातार मिल रही शिकायतों और जांच के बाद पटना एसएसपी ने तैनाती के महज सात दिनों के भीतर ही पटना के रानीतालाब थानेदार राजेश सिंह को लाइन हाजिर कर दिया. राजेश सिंह पर थाने में बैठकर शराब पीने का आरोप है. उनकी जगह मुकेश शर्मा को रानीतालाब थाने का SHO बनाया गया है.
पटना SSP मनु महाराज
बता दें कि इससे पहले बिहटा, दीघा और खाजेकलां थानेदारों पर कार्रवाई हो चुकी है. और इन सबके बीच शनिवार की मध्य रात हुए एक घटनाक्रम के बाद बहादुरपुर पुलिस पर भी सवाल उठने लगे. इसके बाद एसएसपी मनु महाराज ने मामले की जांच कराई और पुष्टि होने के बाद इस थाने के मुंशी और एक दारोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
जानकारी के मुताबिक इन दोनों ने शराब पी कर घूम रहे एक आरोपी को पकड़ कर अपने स्तर से ही छोड़ देना सही समझा जिसकी शिकायत एसएसपी तक जा पहुंची. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो मामला सही पाया गया. इसके बाद SSP के आदेश के बाद बहादुरपुर थाना के दारोगा देवपाल और मुंशी विश्वनाथ प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उस शराबी को भी धर दबोचा जिसे दारोगा ने छोड़ा था.