सोमवार को राजद विधायकों ने आखिरकार अपने युवराज में भरोसा जताते हुए एलान कर दिया कि तेजस्वी राजद विधानमंडल दल के नेता बने रहेंगे. उन्हें इस्तीफा देने की कोी जरुरत नहीं. राजद की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ये सब लालू यादव को परेशान करने के लिए किया जा रहा है, जिसका जवाब हम 27 अगस्त की रैली में देंगे.
सिद्दीकी ने कहा कि तेजस्वी यादव राजद विधानमंडल दल के नेता हैं और बने रहेंगे. महागठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है . उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायकों ने एक सुर में तेजस्वी पर भरोसा जताया है.
राजद के इस स्टैंड के बाद अब सबकी नजरें 11 जुलाई को होने वाले जदयू की बैठक पर टिक गई हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को जदयू की बैठक बुलाई है,. जिसमें सभी विधायक, सांसद,राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी शामिल होंगे.
सीबीआई द्वारा तेजस्वी यादव पर केस दर्ज होने के बाद माना जा रहा है कि नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. हालांकि जदयू और राजद के सूत्रों के मुताबिक सरकार को कोई खतरा नहीं है.
बता दें कि इन सबके बीच बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि अगर बिहार में अस्थिरता की नौबत आई तो बीजेपी नीतीश कुमार को बाहर से समर्थन दे सकती है.
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