GTRI में जुटे बिहारी दिग्गज, हुई तकनीक और इनोवेशन पर बात

GTRI टेक इनोवेशन शिखर पटना में सम्पन्न




संवाद का मुख्य मुद्दा ‘आइडियाज फॉर बिहार’ रहा

पटना,29 अक्टूबर(ओ पी पांडेय). GTRI के पांचवें और दूसरे इनोवेशन समिट का उद्घाटन शनिवार की शाम पटना के लेमन ट्री होटल में सम्पन्न हुआ जिसका उद्घाटन बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ, भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता, बिहार के गृह सचिव एवम मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. बिहार की दिग्गज प्रतिभाओं का जमावड़ा एक मंच पर पुनः GTRI के द्वारा किया गया. ये दिग्गज वैसे बिहारी हैं जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर देश ही नही दुनिया में अपना नाम स्थापित किया है. ये वे बिहारी हैं जिन्होंने बिहारी को गाली और उसे छोटा आंकलन करने वालों के सामने अपने इनोवेशन से सामने वाले को स्तब्ध किया है. ये वे हैं जिन्होंने अपनी नई स्टार्टअप और देश के बड़े ब्रांडों में शीर्ष पर अपनी योग्यता के बदौलत जगह बना बिहारियों का गौरव बढ़ाया है.

शनिवार को हुए इस समिट में मुख्य वक्ताओं एवम् अतिथियों में बिहार इस सम्मेलन के मुख्य वक्ताओं में शार्क टैंक इंडिया के क्यूरेटर रवि रंजन, ब्लैक स्टोन के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद विजय झा,निरोग स्ट्रीट के फाउंडर राम ऐन कुमार,राइसबर्ग वेंचर्स के फाउंडर अंकित आनंद, डीआईएजिओ इंडिया वेंचर्स की मिली श्रीवास्तव, सीआईएमपी के डायरेक्टर राणा सिंह एवम् जैफ़्को एशिया के ऐश्वर्या ठाकुर प्रमुख रहे.

GTRI 2.0 इनोवेशन समिट के संवाद में सारे वक्ताओं का ज़ोर हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया ताकि इससे ज़्यादा से ज़्यादा रोज़गार उत्पन्न हो, प्रदेश के विकास की गति को बल मिले और आम जीवन तकनीक एवं इनोवेशन के समाहित होने से सुलभ , सरल हो.

GTRI के क्यूरेटर अदिति नंदन के अनुसार ये सम्मेलन बिहार में मौजूद संभावनाओं , समन्वय और संवाद का मंच है. यह मंच आमजन, उद्यमियों एवम् सफल व्यक्तियों के बीच एक गठजोड़ या जुड़ाव का मंच है. जिससे नये प्रयोग, इनोवेशन का मार्ग, आपसी समन्वय एवम् अपने राज्य, देश के लिये कुछ करने के उत्साह का भाव उत्पन्न होता है.

GTRI के इस दूसरे टेक समिट में संवाद का मुख्य मुद्दा ‘आइडियाज फॉर बिहार’ रखा गया ताकि बिहार के स्वर्णिम इतिहास को आज के वर्तमान को उसी तरह स्वर्णिम दौर में ले जाने के लिए तकनीकी प्रयोग , इनोवेशन को कैसे , कहाँ और क्यों समाहित किया जाये.

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