पर्यावरण के लिए खतरा है तंबाकू

भोजपुर के 50 प्रतिशत लोग करते हैं तंबाकू का सेवन

“तंबाकू: हमारे पर्यावरण के लिए खतरा” होगी इस वर्ष की थीम
• जिले के 43.7 प्रतिशत पुरुष करते हैं तंबाकू का सेवन
आरा/ 31
मई: तम्बाकू सेवन के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक साल 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष ‘‘तंबाकू- हमारे पर्यावरण के लिए खतरा ’’ तम्बाकू निषेध दिवस की थीम रखी गयी है. कोरोना संकट काल में किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों का इस्तेमाल लोगों के लिए स्वास्थ्य चुनौतियों को बढ़ा सकता है. इसकी पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तंबाकू सेवन से विश्व भर में प्रति वर्ष 80 लाख लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ती है. तम्बाकू सेवन कई तरह के श्वसन संबंधी रोगों का कारण होता है एवं इससे श्वसन संबंधी रोग कई गुना बढ़ भी जाता है.





आज जिले में कई कार्यक्रम:
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर 31 मई को जिले में कई कार्यक्रम आयोजित हैं. प्रभातफेरी, पोस्टर मेकिंग, शपथ ग्रहण समारोह सहित अन्य कार्यक्रम हो रही है.. इस संदर्भ में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है. जारी पत्र में निर्देशित है कि वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण (GATS 2017) के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 25.9 प्रतिशत वयस्क तथा ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे (GYTS 2019) के आंकड़ों के अनुसार 13 से 15 आयु वर्ग की 7.3 प्रतिशत छात्र/छात्राएं तम्बाकू का सेवन करती हैं. जो राष्ट्रीय औसत 28.4 प्रतिशत एवं 8.5 प्रतिशत से बेहतर है. यह दर्शाता है कि तम्बाकू नियंत्रण की दिशा में सफल एवं सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं. विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम किये जाएंगे।


जिले के 50.6 प्रतिशत पुरुष करते हैं तंबाकू का सेवन:
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों के अनुसार भोजपुर जिले के 43.7 प्रतिशत पुरुष किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं. जिले की 2.4 प्रतिशत महिलाएं भी तंबाकू सेवन के लत से ग्रसित हैं.


ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे-2 के अनुसार:
• बिहार में 25.9% लोग किसी न किसी प्रकार के तम्बाकू उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें 20.8 प्रतिशत लोग स्मोकलेस तम्बाकू का इस्तेमाल करते हैं (जैसे खैनी, गुटखा एवं पान मसाला)
• बिहार में 15 से 17 साल की आयु के बीच 24% लोग तम्बाकू इस्तेमाल शुरू कर देते हैं
• देश में 28.6% लोग किसी न किसी प्रकार के तम्बाकलकू उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं
• देश में 42.4% पुरुष एवं 14.2% महिलाएं तम्बाकू उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं
• देश में 12.2% लोग 15 साल की आयु से पूर्व ही तम्बाकू उत्पादों का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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