जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब मां कूष्माण्डा देवी ने ब्रह्मांड की रचना की

ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला…