हिंदी रंगमंच दिवस पर “प्रकृति से हैं हम ” नुक्कड नाटक की हुई प्रस्तुति

आज रंग है लेकिन मंच नहीं है”- नवाब आलम “आज ज्वलन्त मुद्दे बेरोजगारी, भुखमरी, कुपोषण ,प्रदूषण, जल संकट…