तोड़कर नफरत की दीवारें सबको अपने गले लगाएं: अलीना रशीद

कविता शीर्षक – आजादी का जश्न आजादी का जश्न मनाएं।घूम के नाचे झूम के गायें।तोड़कर नफरत की दीवारें…