तेजप्रताप के विवादित बयान पर बखेड़ा खड़ा हो गया है. एक ओर जदयू नेताओं ने इसपर तगड़ा पलटवार किया है वहीं सुशील मोदी ने इसे लालू फैमिली की हताशा बताया है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में शहाबुद्दीन, राजबल्लभ और अनंत सिंह जैसे लोगों की जब हेकड़ी निकल गई तो फिर तेजप्रताप क्या चीज हैं. वे भी अपनी कैटेगरी तय कर लें.
इधर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इसपर हैरानी जताते हुए कहा लालू प्रसाद की सभी बेटियों की शादी में मैं शरीक हुआ, उन्हें आशीर्वाद दिया. राजनीति और पारिवारिक समारोहों का आयोजन, दोनों दो चीजं हैं. लेकिन लालू के बेटे मेरे बेटे की शादी में हंगामा की धमकी दे रहे हैं. लालू बताएं क्या ऐसी धमकी उचित है?
देखिए क्या कहा था तेजप्रताप ने- https://youtu.be/ytH6kdQkf8M
मोदी ने पूछा कि यह किस तरह का संस्कार है? जिन्हें बड़ों का सम्मान करना तक नहीं आता, उन्हें भविष्य का नेतृत्वकर्ता बनाने का दावा किया जा रहा है. सुशील मोदी ने कहा कि तेजप्रताप के इस बयान के बाद राजद काल की याद ताजा हो गई है. लालू जब बिहार के सीएम थे तब कैसे अपराधियों का उत्साह चरम पर था और लोग भय के साये में जीने को विवश थे. तेजप्रताप फिर उसी संस्कृति को दोहराने की कोशिश कर रहे हैं. वे भय का माहौल बनाना चाहते हैं. लेकिन बिहार में कानून का राज है.
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