छत्तीसगढ़ के सुकमा में विकास कार्यों के विरोध में नक्सली हमला
गांव वालों को ढाल बनाकर नक्सलियों ने CRPF जवानों पर किया हमला
सड़क और पुल निर्माण से घबराए नक्सलियों ने किया पीछे से वार
रोड ओपनिंग पार्टी पर महिला नक्सलियों ने किया हमला
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने एक बार फिर कायरों की तरह छिपकर वार किया और CRPF के 25 जवानों की जान ले ली. इसबार नक्सलियों ने गांव वालों को ढाल बनाकर जवानों पर हमला किया ताकि जवान उनकी फायरिंग का जवाब नहीं दे सकें. हालांकि इस मामले में खुफिया तंत्र एक बार फिर फेल्योर साबित हुआ, जिसे इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों के इकट्ठा होने की जानकारी नहीं मिली.
जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे CRPF की 74वीं बटालियन के 99 जवान दुर्गापाल कैंप से रवाना हुए. चिंतागुफा पहुंचने के बाद ये जवान दो ग्रुपों में बंट गए. इनको सड़क निर्माण प्रोजेक्ट के लिए रास्ते की कांबिंग का काम सौंपा गया था. इस दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने स्थानीय गांववालों को लोकेशन का पता लगाने के लिए भेजा. एक बार पुख्ता लोकेशन चलने के बाद उन्होंने चिंतागुफा-बुर्कापाल-भेजी इलाके के पास घात लगाकर हमला किया. उससे पहले नक्सली छोटे-छोटे समूहों में बंट गए. छोटे दलों में विभाजित होने के बाद उन्होंने सोमवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हमला किया. इसके तहत सबसे पहले एक IED ब्लास्ट किया गया. उसके बाद नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मौके पर पहुंचे CRPF के वरीय अधिकारियों के मुताबिक नक्सलियों ने हमले में AK-47, विस्फोटक लगे तीर और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया.
शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने रायपुर पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली विकासकार्यों से बौखलाए हुए हैं. सड़क और पुल बनने से गांव की सुविधाएं बढ़ेंगी. इससे लोगों का उनमें विश्वास कम होता है और उनके नेटवर्क पर असर पड़ता है. राजनाथ सिंह ने कहा कि इनसे निपटने के लिए रणनीति बनाई गई है और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे.