21 कुंडीय देव सह विद्यारंभ यज्ञ के साथ हुआ शिक्षा आरंभ

बच्चों के भीतर नैतिक बोध का बीजारोपण करना हमारा उद्देश्य : नीशू जायसवाल

आरा,10अप्रैल. वैदिक काल व सनातन परंपरा में शिक्षा का प्रारम्भ यज्ञ के साथ होता था, जिसमें बच्चों के अभिभावक, राजपुरोहित, व राजा भाग लेते थे. जो समय बीतने के साथ खत्म हो गया लेकिन आरा में इसी वैदिक तरीके से बच्चों की शिक्षा का प्रारंभ देखने को मिला बी.एस डीएवी स्कूल में.




बी.एस.डीएवी.प.स्कूल में वैदिक हवन-यज्ञ के साथ नव शैक्षणिक सत्र आरंभ हुआ. इसी क्रम में दूसरे दिन मंगलवार को ’21 कुंडीय देव यज्ञ सह विद्यारंभ संस्कार यज्ञ’ हुआ. जिसके साथ ही विधिवत नर्सरी कक्षा के बच्चों का विद्यारंभ हुआ. इन बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी इस यज्ञ में सहर्ष शामिल रहे. इनके आगमन के साथ हीं विद्यालय परिसर में नर्सरी कक्षा का भी उद्घाटन हुआ.

हवन-यज्ञ में शामिल बच्चों व अभिभावकों से बात करते हुए प्राचार्या नीशू जायसवाल ने कहा कि, विद्यालय परिवार वैदिक परंपरा के अनुपालन में विश्वास करता है. जिन बच्चों के जीवन में विद्या का प्रवेश होने जा रहा है, हम उनके इस प्रथम दिवस को स्मरणीय बनाना चाहते हैं. हमारी कामना है कि वे पढ़-लिखकर संस्कारवान बनें. उनके भीतर अपने घर-परिवार, देश-समाज व प्रकृति के प्रति नैतिक बोध का बीजारोपण हो सके, यहीं हमारा परम उद्देश्य है.

इस ’21 कुंडीय देव सह विद्यारंभ यज्ञ’ में नर्सरी कक्षा के वैभव कुमार यादव, अंशिका सिंह, सिद्धार्थ नायक, अनन्या सिंह, अर्णव राज, अंकुश सिंह, अभिराज कुमार, लव्या कुमारी तथा अनिका राज आदि के ने अपने-अपने अभिभावकों के साथ हिस्सा लिया. हवन-यज्ञ का विधिवत संचालन वरिष्ठ संस्कृत शिक्षक सुरेंद्र पाण्डेय तथा वरुण कुमार झा ने किया. इस बात की जानकारी
सुमन कुमार सिंह ने दी. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे.
PNCB

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