STET के रिजल्ट पर फंस गया था पेंच
बिहार में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की बहाली पर फिर संकट के बादल गहरा गए हैं. बिहार बोर्ड ने 28 जनवरी 2020 को आयोजित एसटीइटी परीक्षा को रद्द कर दिया है. कई जगहों पर प्रश्न पत्र लीक और हंगामा की शिकायत के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक जांच समिति बनाई थी. जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को परीक्षा रद्द करने की घोषणा की.
दरअसल इस पूरे मामले को लेकर एस टी ई टी परीक्षा के अभ्यर्थियों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सामने परीक्षा रद्द करने की गुहार लगाई थी. उनका कहना था कि बड़े पैमाने पर प्रश्न पत्र लीक हुआ है . इस परीक्षा का आयोजन 28 जनवरी को 317 परीक्षा केंद्रों पर हुआ था. कई जगहों पर हंगामे के बाद बाद पटना समेत कई जगहों के परीक्षा केंद्र रद्द किए गए थे. परीक्षार्थियों का कहना था कि जब एक जगह परीक्षा रद्द हुई है और प्रश्न पत्र बाहर आया है ऐसे में सोशल मीडिया के जरिए हर जगह प्रश्न पहुंचने और उनका उत्तर पहुंचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
हालांकि बिहार बोर्ड ने इस मामले में परीक्षा रद्द करने से इनकार कर कर दिया था. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट का रुख किया था. हाईकोर्ट ने पहले बिहार बोर्ड से सवाल किया था जिसका जवाब भी दिया बोर्ड ने नहीं दिया. बिहार बोर्ड ने परीक्षा रद्द नहीं किया और ना ही पटना हाई कोर्ट की नोटिस का जवाब दिया बल्कि इस परीक्षा का आंसर की भी जारी कर दिया. आखिरकार पिछले दिनों पटना हाईकोर्ट ने इस परीक्षा के रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक लगा दी थी. आखिरकार अब बिहार बोर्ड ने अपनी गलती स्वीकार की है और जांच समिति का हवाला देते हुए परीक्षा रद्द कर दिया है. अब शिक्षा विभाग के पास दोबारा परीक्षा लेने के लिए बिहार बोर्ड अनुशंसा भेजेगा.
राजेश तिवारी