जनता को जागरूक हो एकजुट होने का किया आह्वान
आरा,28 मई. आरा विधानसभा के प्रत्याशी और युवा क्रांतिकारी पूर्व छात्र नेता कुमुद पटेल ने पिछले दिनों डॉ कन्हैया सिंह के लापरवाही से भले चंगे मरीज की हुई मौत और परिजनों के आक्रोश के साथ जन आक्रोश को देखते हुए इस मुद्दे पर अपनी बेवाक आवाज को रखते हुए कहा कि आरा के सभी 80% डॉक्टर जो निहायत ही लुटेरे और डकैत किस्म के हैं उन में खलबली मच गई है और सभी जनाक्रोश को देखकर भयाक्रांत हो चुके हैं, जिसकी वजह से आनन-फानन में बैठक करके सभी लुटेरों की जमात IMA के बैनर के तहत एकजुट होने का प्रयास कर रही है. डॉक्टरों को बार-बार IMA के बैनर के तहत आकर जनता को धमकाने को उन्होंने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आरा की क्रांतिकारी जनता सब कुछ भली-भांति जानती और समझती है. डॉक्टरी की आड़ में 80% ये लुटेरे जिस प्रकार जांच के नाम पर कमीशन खाते हैं,महंगी और बेकार दवाइयों में 80% तक कमीशन लेते हैं, गैरजरूरी ऑपरेशन करते हैं और 15 से 20 दिन में ही पुनः फीस वसूलते हैं. मरीज इन डाक्टरों के भरोसे नही, राम भरोसे ही चलता है.
उन्हों कहा कि इन बेशर्म हत्यारों और लुटेरों की दुकान चकाचक चलती रहती है.नई-नई जमीनों पर नई इमारतें बनती रहती है. आरा की जनता लुटती और मरती रहती है और यहां पर नेता कहे जाने वाले लोग उन्हीं लुटेरों को गुलदस्ता भेंट कर उनके धनबल के आगे नतमस्तक हो जाते हैं. यहां के नेता यह भूल जाते हैं कि इन कमीशनखोर डॉक्टरों के आलीशान भवन गांव के गरीब मजदूर और लाचार लोगों के खून पसीने की कमाई को लूट कर बनाई गई है. इन डॉक्टरों के कुर्सी के नीचे ना जाने कितनों की आत्मा दबी हुई है जो आज भी इन लुटेरों की लापरवाही से हुई अपनी मौत पर न्याय का इंतजार कर रही है.
कुमुद पटेल ने कहा कि मैं सभी आरा वासियों को बताना चाहता हूं कि इन लुटेरों का इलाज इसी क्रांतिकारी धरती पर होगा. जरूरत है आप सभी को जागरूक होने की, एकजुट होने की और इस लूट तंत्र का विरोध करने की. अगर जिला प्रशासन सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुलभ और सुदृढ़ कर दे तो यह लुटेरे अपना बोरिया बिस्तर समेट कर यहां से चले जाएंगे.
उन्होंने कहा कि मैं बिहार सरकार और भोजपुर के जिलाधिकारी से मांग करता हूं कि जिले की तमाम अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों की जांच करें और सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करके हमारी भोली-भाली जनता को लूटने और मरने से बचाएं.
PNCB