पटना मेट्रो के काम में तेजी लायें किसी चीज की कोई कमी नहीं : नीतीश




पटना मेट्रो रेल परियोजना में टनल खुदाई कार्य का सीएम नीतीश ने किया शुभारंभ

मोइनुल हक़ मेट्रो स्टेशन परिसर में टीबीएम मशीन 1 का बटन दबा कर किया शुभारम्भ

सीएम ने जारी किया पटना मेट्रो का लोगो

केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जायका से फंड मिल रहा है मेट्रो को

मेट्रो का निर्माण हो जाने से पटना के लोगों को काफी सहूलियत होगी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोइन -उल-हक स्टेडियम में पटना मेट्रो रेल परियोजना अंतर्गत टनल बोरिंग मशीन का बटन दबाकर टनल खुदाई कार्य का शुभारंभ किया. इस दौरान पटना मेट्रो रेल परियोजना के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को वृत्तचित्र के माध्यम से निर्माण कार्य की विस्तृत जानकारी दी. साथ ही मुख्यमंत्री के समक्ष पटना मेट्रो के निर्माण कार्य से संबंधित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई. मुख्यमंत्री ने पटना मेट्रो रेल के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया, इस दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाएं और जल्द से जल्द इसे पूरा करें. पटना मेट्रो रेल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी. मुख्यमंत्री ने पटना मेट्रो के प्रतीक चिह्न का भी अनावरण किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को प्रतीक चिह्न भेंट किया गया.

पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो ट्रेन कई जगहों पर जमीन के ऊपर एवं कहीं पर अंडरग्राउंड चलेगी। यहां पर मेट्रो स्टेशन भी जमीन के अंदर ही बनेगा. यह जब बनकर तैयार हो जायेगा तो काफी बढ़िया दिखेगा. पिछले साल हमलोग यहां आकर अंडरग्राउंड कार्य को शुरु करवाये थे. अब आगे का काम यहां शुरु हो गया है. हम चाहते हैं कि और तेजी से काम हो. दिल्ली में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय मेट्रो का काम शुरु हुआ था. उस समय भी हम वहां के काम को देखे थे. यहां पर मेट्रो का निर्माण वही लोग कर रहे हैं और निर्माण कार्य काफी अच्छे ढंग से हो रहा है.

मेट्रो का निर्माण हो जाने से पटना के लोगों को काफी सहूलियत होगी।.यहां पर तेजी से काम हो रहा है, उसे देखने के लिए हमलोग यहां आये हैं। जब यह बन जायेगा तो सभी लोग मेट्रो से चलेंगे. हमलोग चाहते हैं कि तेजी से इसका निर्माण हो। इसको लेकर जो कुछ भी जरुरी है हमलोग कर रहे हैं. सभी लोग अच्छा काम कर रहे हैं. पटना में कई जगहों पर मेट्रो निर्माण का काम चल रहा है. जितनी जल्द पटना मेट्रो का निर्माण हो जायेगा उतना ही अच्छा होगा। इसके लिए फंड की कोई कमी नहीं होगी। फंड की व्यवस्था पहले से की हुई है। जायका से 60 प्रतिशत फंड आना है। इसको लेकर एग्रीमेंट हो गया है. केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जायका से फंड मिल रहा है. सभी लोग मिलकर तेजी से काम कर रहे हैं. इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी.

जमीन की व्यवस्था राज्य सरकार को करनी है, वह कर दिया गया है. मेट्रो निर्माण को लेकर कहां पर क्या काम होना है वह सब पहले से निर्धारित कर दिया गया है. मेट्रो निर्माण के काम में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो, इसको लेकर राज्य सरकार के अधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं. पटना मेट्रो निर्माण का सपना जल्द पूरा होगा. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार के समय देश में मेट्रो के निर्माण का काम शुरु हुआ था. उसी के आधार पर केंद्र सरकार ने यहां पर मेट्रो निर्माण को लेकर एप्रूवल दिया था और यहां पर काम हो रहा है. केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जायका के सहयोग से यहां पर मेट्रो का निर्माण हो रहा है. हमलोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द इसका निर्माण हो जाये। इसके लिए जो कुछ भी करना है उसे हमलोग कर रहे हैं.

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुणीश चावला, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, भवन निर्माण विभाग के सचिव सह पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, वहीं दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के निदेशक (कार्य) दलजीत सिंह, परियोजना निदेशक अजय कुमार और बिहार सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व अभियंता भी उपस्थित थे.

क्या कहा मेट्रो के कार्य निदेशक दलजीत सिंह ने

यह एक 19 किमी का है, एक 14 किमी का है, इसे कॉरिडोर वन कहते हैं.अभी जिस टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) कार्य का उद्घाटन हुआ, उसे कॉरिडोर टू कहा जाता है. इसमें अंडरग्राउंड का काम 18 किमी का है. दो लाइन जुड़ेंगी. इसलिए कटर कवर मिलाकर कुल 36 किमी का काम करना होगा. बाकी एलिवेटेड काम होगा. अभी हम जो काम कर रहे हैं, यह कॉरिडोर का एक हिस्सा है. जो पाटलिपुत्र बस स्टैंड से शुरू होगा और पटना जंक्शन से ठीक पहले खत्म होगा. यह अंडरग्राउंड का ही एक हिस्सा है, जिसका कार्य एलएंडटी कर रही है.

राजेंद्र नगर एलिवेटेड में मलाही पकड़ी से लेकर पटना जंक्शन से पहले तक यह काम करेगा. अभी जो काम हम देख रहे हैं, सीएम साहब ने जिसका उद्घाटन किया है, यह टनल बोरिंग मशीन है. टनल बोरिंग मशीन तीन तरह की होती है. एक मिट्टी में काम करती है और दूसरी पत्थर में काम करती है. तीसरी पत्थर और मिट्टी दोनों जिसमें होते हैं, उसको मेकशिफ्ट कहते हैं, उसमें काम करती है.  इसे अर्थ प्रेशर बैलेंस (ईपीबी) कहते हैं. आज से इसका काम शुरू हो गया है. शुरू में यह थोड़ा धीमा चलेगा. जब 15-20 दिन में यह काम पीक पकड़ लेगा. तब औसतन 10-15 मीटर रोजाना दूरी तय करेगा.  एक किमी और  400 मीटर दूरी तय करके यूनिवर्सिटी में निकलेगा .

एक महीने के अंतराल में दूसरा टीबीएम जो पीछे खड़ा भी चलना शुरू होगा और एक महीने में दूसरे छोर पर पहुंच जाएगा. जब दोनों निकल जाएगा,  तब दोबारा टीबीएम वहां से दूसरे छोर पर लांच किया जाएगा क्योंकि स्टेशन होता है 220 मीटर का. इस टीबीएम को पीएमसीएच पटना में नहीं निकाला जाएगा. यह ड्रेग थ्रू (खींचकर) होते हुए गांधी मैदान में निकलेगा. फिर इसी स्टेशन के दूसरे छोर पर (टीबीएम) शुरू होगा. इस तरह से दोनो टीबीएम काम पूरा कर लेंगे. दो और टीबीएम इस पैकेज में हैं. एक गांधी मैदान से शुरू होकर पटना जंक्शन पर खत्म होगा.  इसी स्टेशन के दूसरे छोर पर काम शुरू होगा और मलाही पकड़ी से कटरकवर टनल में निकलेगा .मेट्रो के संचालन में 4-5 साल लगते हैं. दुनिया में यह समय 5-6 साल है, लेकिन भारत में कम है.

रवीन्द्र भारती

By pnc

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