बिहार को वि शेष दर्जा ,तब मुंह में दही जमा था




विशेष दर्जा : ? बिहार
अप्रैल, 2000 में जब राबड़ी देवी जी को पुनः मुख्यमंत्री बनाने के लिए बिहार विधानसभा में कांग्रेस के सत्ता में समर्थन की शर्त पर जब बिहार बंटवारे को समर्थन दिया गया , तभी ‘ विशेष राज्य ’ की मांग या आर्थिक सहायता की मांग क्यों नही की गई ? उस वक्त सत्ता वापसी के लिए मुंह में दही जम गया था.


जब नीतीश कुमार एनडीए के साथ रहते हैं , तब विशेष राज्य की मांग किस मांद में आराम फरमाने चली जाती है ?
खैर , केंद्रीय करों / टैक्स में आप कितना देते हैं और उसके बदले आपको कितना मिलता है ? आपको लगभग 8 / 9 गुना ज्यादा मिलता है । जबकि विकसित राज्यों को इनके योगदान के बदले सिर्फ 0.32 % मिलता है.

एक बड़े भाई आए तो सड़क , बिजली और कानून व्यवस्था ध्वस्त कर के पताका छोटे भाई के हाथ दे दिए , वो पिछले 18 साल से यही सड़क , बिजली और कानून व्यवस्था में लगे हुए है , जिसमे अब पिछले एक साल में कानून ववस्था बुरी तरह ध्वस्त होने के कगार पर है, स्वयं तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान मंत्री तेजस्वी जी कह चुके हैं, राज्य में 20 हजार करोड़ का अवैध शराब के कारोबार का समानांतर अर्थ व्यवस्था चल रहा है. अवैध बालू पर वो अपना मुंह बंद कर लेते हैं. पिछले 35 सालों में सिवाय डेढ़ साल के शाहनवाज हुसैन के उद्योग मंत्री काल के किस नेता ने बिहार में उद्योग की वकालत की है ?
खुद तो कुछ कीजिए .

~ रंजन , दालान

By pnc

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