आज इस वर्ष के अंतिम सूर्य ग्रहण को लेकर राज मिश्रा (राज्याधिकारी पुरोहित,सदस्य विंध्य विकास परिसद) विंध्याचल,मिर्जापुर ने पटना नाउ को बताया कि मंगलवार को वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत के अतिरिक्त अफ्रीका, एशिया, यूरोप, यूनाइटेड किंगडम में भी आंशिक रूप से दिखाई देगा इस कारण 12 घंटे पूर्व 25 अक्टूबर 2022 प्रातः 4:42 मिनट से सूतक काल प्रारंभ हो जाएगा एवं मंदिर के कपाट भी बंद हो जाएंगे.
सूर्य ग्रहण तुला राशि और स्वाती नक्षत्र में होगा इस ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है साथ ही इस ग्रहण में चंद्रमा और शुक्र का योग भी सूर्य और केतु के साथ होने से दुर्घटनाएं होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं. स्वर्ण के दामों में बढ़ोतरी होगी। व्यापारी वर्ग को धन हानि होने की संभावना. इस सूर्य ग्रहण से राजनीतिक उथल-पुथल भी आप लोगों को देखने को मिल सकती हैं. इसके अतिरिक्त आकस्मिक दुर्घटनाएं, बीमारियां होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं. जिन जातकों की कुंडली में सूर्य+राहु की युति हो या सूर्य+केतु की युति हो उन्हें विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है.
ग्रहण काल
सूर्य ग्रहण का प्रारंभ 25 अक्टूबर 2022 को दिन में 2:29 से होगा परंतु भारत में 4:42 से प्रारंभ होकर 5:25 सूर्यास्त के साथ समाप्त हो जाएगा. अन्य देशों में 6:32 पर सूर्य ग्रहण समाप्त होगा.
उपाय
राज मिश्रा ने कहा कि ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानियां बरतें.
ग्रहण प्रारंभ होने से पूर्व ही भोजन कर ले. ग्रहण प्रारंभ होने के उपरांत किसी धारदार हथियार का प्रयोग ना करें, सुई का प्रयोग ना करें, धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करें, श्रीमद भगवत गीता का पाठ करें.
ग्रहण समाप्त होने के उपरांत स्नान आदि करने के बाद ही भोजन ग्रहण करें.
उन्होंने कहा कि जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रहण है (सूर्य+राहु, सूर्य+केतु) उन सभी को सूर्य ग्रहण के दौरान आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए व सूर्य के निमित्त दान करना चाहिए.
जिन जातकों की कुंडली में पितृ दोष है उन सभी को पितरों के निमित्त कच्चा या पका हुआ भोजन जरूरतमंद या पुरोहित को दान करना शुभ फल कारक रहेगा.
साभार राज मिश्रा (राज्याधिकारी पुरोहित,सदस्य विंध्य विकास परिसद)