BSSC पेपर लीक मामले में आखिरकार यही कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है. जी हां, बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव की गिरफ्तारी और SSP मनु महाराज के बयान से ये फिलहाल तो यही दिख रहा है कि आयोग के सचिव परमेश्वर राम लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे और पैसे लेकर नौकरी दिलाने वाले रैकेट से उनके संबंध हैं.
पेपर लीक मामले में जब SIT ने परमेश्वर राम के घर छापेमारी की तो उनके घर से कई छात्रों के एडमिट कार्ड, परीक्षा के प्रश्न पत्र और कई अन्य दस्तावेज बरामद हुए. इसके अलावा उनके मोबाइल की जांच से भी ये बिल्कुल साफ हो गया कि वे कैसे पर्दे के पीछे से पूरी बहाली प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे.
पुलिस ने फिलहाल इस मामले में सीधे-सीधे संलिप्त पाए गए BSSC के सचिव परमेश्वर राम और डाटा इन्ट्री ऑपरेटर अविनाश कुमार को गिरफ्तार किया है.
SSP के मुताबिक इन दोनों को ऑफिस से ही गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद इन्हें पटना सिटी में जज के घर पर पेश किया गया और फिर बेउर जेल भेज दिया गया.
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