चार साल बाद फिर जदयू में लौटे श्याम रजक

By Pnc Desk Sep 1, 2024 #jdu #Shyam razak

राजद में घुटन महसूस हो रहा था

पटना, अजित।। रविवार को प्रदेश कार्यालय, पटना में आयोजित मिलन समारोह में राजद के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री श्याम रजक ने दूसरी बार जनता दल (यू) का दामन थाम लिया. इससे पहले पिछली बार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने जदयू से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल में वापसी की थी. पूर्व मंत्री श्याम रजक को पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई.




श्याम रजक के साथ फुलवारी शरीफ के बड़ी संख्या में लोग जदयू में मिलन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे जिनमें राजद समेत कई दलों के नेता बार कार्यकर्ता जेडीयू में शामिल हुए.पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्य रूप से सुपौल की जिला परिषद पूनम कुमारी, राजद के प्रदेश महासचिव मेजर राज कुमार रजक,गुड्डू रजक, मो0 फैयज अहमद, जितेंद्र ठाकुर, पूर्व जिला परिषद इंदु देवी, सुरेन्द्र नाथ चैधरी, श्याम सुंदरदास, रंजीत कुमार, श्रवण कुमार, रजत रंजन, जनाब असगर अली, अजय कुमार रजक, जनाब गुड्डू खान, सोहन कुमार सिंह, सचिन यादव, जनाब मंजूर अली, सुमन ठाकुर, टुनटुन यादव, दीपू उपाध्याय, राजीव रंजन, सहित सैकड़ों लोग थे.

श्याम रजक ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में उन्हें घुटन महसूस हो रहा था. उन्होंने वहां बहुत सारी चीज पार्टी को सिचते हुए बदलना चाहा लेकिन बदलाव नहीं ला सका.वहां केवल परिवार बाद कोपार्टी माना जाता है.उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सलाह दिया की ऐसी रूम में बैठकर आंदोलन करने से कुछ नहीं होगा जनता सड़कों पर आती है जनता के बीच जाकर पसीना बहाना होगा. श्याम रजक ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तमाम महापुरुषों के सपनों को धरातल पर उतारने का काम किया है और विगत 19 वर्षों के शासन में उन्होंने प्रदेश की तस्वीर बदली है। हमें एकजुट होकर नीतीश कुमार के विकासवादी सोच को मंजिल तक पहुंचाना है और राज्य के गरीब-गुरबों को समाज के मुख्यधारा से जोड़ना है। साथ ही उन्होंने कहा कि राजद का समाजवाद अब भ्रष्टाचार और परिवारवाद में तब्दील हो चुका है. राजद में राजनीति सिर्फ वक्तव्य के लिए होता है, काम के लिए नहीं. उनकी कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है. इस मौके पर पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि श्याम रजक जमीन से जुड़े हुए नेता रहे है और उन्होंने हमेशा समाज के शोषित और वंचित वर्ग के हित में अपनी आवाज को बुलंद किया है। संजय कुमार झा ने कहा कि आज पूरे देश में दलितों में उप-वर्गीकरण की चर्चा हो रही है लेकिन इसकी शुरुआत सबसे पहले बिहार से हुई थी.

प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जद(यू) ने हमेशा समाजवादी संस्कार और विचार को सुरक्षित करने का काम किया है. श्याम रजक के पुनः जदयू में आने से हमारी पार्टी की मुहिम को नई ताकत और ऊर्जा मिलेगी. उन्होंने घरवापसी का जो समय चुना वो बड़ा महत्वपूर्ण है, 2025 का चुनाव हमारे सामने है और हमें बड़ी लड़ाई लड़नी है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गांधी, जेपी, लोहिया, बाबासाहेब अंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को हमारे नेता ने बिहार में आकार देने का काम किया है. न्याय के साथ विकास की इन्होंने इतनी बड़ी लकीर खींच दी है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में कोई दूसरा मुख्यमंत्री इनके आसपास भी नहीं दिखता है. हम सभी को एकजुट होकर अपने नेता के हाथों को मजबूत करना है.

इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा, मंत्री रत्नेश सदा, मंत्री सुनील कुमार, मंत्री जमा खान, विधानपार्षद ललन कुमार सर्राफ, विधानपार्षद सह पार्टी के वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र प्रसाद सिंह, विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’, पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, पूर्व मंत्री डाॅ रंजू गीता, पार्टी के प्रदेश महासचिव वासुदेव कुशवाहा, रणविजय कुमार, प्रदेश प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव, नवीन आर्या चंद्रवंशी, अरविन्द निषाद, पटना के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, पटना महानगर के अध्यक्ष आसिफ कमाल, शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जनाब अफजल अब्बास, राहुल खण्डेलवाल एवं पार्टी के अन्य नेतागण उपस्थित रहे.

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