कोरोना वायरस ने दुनिया में तबाही की नई कहानी लिख दी है. इस वायरस के संक्रमण के डर से पूरी दुनिया में लॉक डाउन है. एक तरफ इस बीमारी से बचाव और इलाज के लिए सभी सरकारों ने अपनी पूरी ताकत और संसाधन झोंक दिये हैं. लेकिन कोरोना के आतंक की वजह से अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है. क्यों कि अन्य किसी बीमारी का इलाज संभव नहीं हो पा रहा है. इसकी वजह है लॉकडाउन और अस्पतालों का बंद होना.
बिहार में इस गंभीर समस्या को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है. रविवार को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी कार्य करना होगा. इसके लिए जिला अस्पतालों एवं अनुमण्डलीय अस्पतालों में सामान्य मरीजों का उपचार शुरू किया जाय. प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार ने बताया कि सबसे पहले आपातकालीन सेवा तथा संस्थागत प्रसव का कार्य शुरू करने की योजना है. उसके बाद OPD सेवा भी प्रारंभ कर दी जायेगी ताकि अन्य मरीजों के उपचार में कोई दिक्कत न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि AES और जापानी इंसेफ्लाइटिस से निपटने के लिये पर्याप्त तैयारी रखें. पेडियोट्रिक इनटेंसिव केयर यूनिट (PICU) अस्पताल को अविलम्ब पूर्ण कर इलाज के लिये तैयार रखें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये JE के पूर्ण टीकाकरण का कार्य आरंभ होना चाहिये और इस कार्य में लगाये जाने वाले मेडिकल स्टाफ की भी सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिये.
इससे पहले कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारी की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला एवं अनुमण्डल अस्पतालों में प्रोटेक्शन नाॅर्म्स का पूर्ण पालन हो. PPE, मास्क, ग्लब्स उपलब्ध हो, इसे सुनिश्चित किया जाय. उन्होंने कहा कि सभी निजी अस्पतालों में भी सामान्य मरीजों का इलाज आरंभ होना चाहिये. मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस सेवाओं को लेकर भी सख्त निर्देश दिया है. उन्होंने कोविड-19 के साथ ही अन्य मरीजों के लिये भी एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. निजी एंबुलेंस संचालक को भी पर्याप्त ट्रेनिंग देकर एंबुलेंस को उपयोग में लाया जाना चाहिये और एंबुलेंस की व्यवस्था सभी के लिये हो. उन्होंने कहा कि जरूरी दवाओं की खरीद करें ताकि पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनी रहे.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि राज्य में सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता है. वैशाली में सेनिटाइजर के निर्माण के अलावा राजगीर के आर्डिनेंस फैक्ट्री में भी सेनिटाइजर बनाया जा रहा है, जिसकी आपूर्ति राज्य सरकार अपने लिये करायेगी. चिकित्सकीय कार्य से जुड़े डाॅक्टर, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ को जरूरी सुरक्षात्मक सामग्री भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं. फ्रंटलाइन वर्कर को भी मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है.
पीएनसी