गया के गांधी मैदान में लगे है 150 स्टाल
दस दिवसीय आयोजन में लोगों को भा रहे हैं हैंडी क्राफ्ट
सॉफ्ट टॉय के स्टाल पर बच्चे दिखा हैं रूचि
मधुबनी और गुजरात की लोक संस्कृति पर बने हैं कई आयटम
ऊनी कपड़े भी लोगों की बन रहे हैं पसंद
गया में चल रहे शिल्पकृति मेले में देश के कोने कोने से आये शिल्पकारों की कलाकृतियाँ और उत्पाद खरीदने वालों की अच्छी भीड़ उमड़ी ,गांधी मैदान में कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प भारत सरकार द्वारा प्रायोजित और भोजपुर महिला कला केंद्र की से आयोजित १० दिवसीय मेले का गया के लोग काफी लुत्फ़ उठा रहे हैं.हैंडलूम और हैंडी क्राफ्ट के मनमोहक सामग्री के स्टाल पर लोगों की भिसडी देखते ही बन रही थी.लोगों में हाथ से बनाए गए बांस,जुट और धागे की ज्वेलरी जहाँ पसंद की जा रही हैं वहीँ उत्तराखंड के स्टाल लोग खरीददारी करते दिखे.लोग भी मेले में आये कारीगरों के उत्पाद की सरहना कर रहे हैं और जम के खरीददारी भी कर रहे हैं .नोटबंदी का असर भी दिख रहा है लेकिन लोग चाह रहे हैं की जल्द से जल्द अपने मन पसंद सामन की खरीददारी कर लें. मधुबनी पेंटिंग से बनी चादर हो या बेंत बांस के बने सजावटी और दैनिक उपयोग की वस्तुएं महिलाओं को खूब भा रही है .बच्चों का रुझान सॉफ्ट टॉय के दूकान पर देखते ही बन रहा है.भोजपुर महिला कलाकेन्द्र की सचिव अनीता गुप्ता ने गया वासियों से अनुरोध किया है कि इस मेले में देश के कोने कोने से आये कलाकार और उत्पादक संस्थाओं के स्टाल पर जाए देखें और साथ में खरीददारी कर उनको प्रोत्साहित करें. जब यहाँ से कलाकार जाएँ तो एक अच्छी यादें लेकर जाएँ औए भविष्य में भी इससे बेहतर आयोजन किया जा सके. गुजरात से आये कलाकारों ने गुजरात की कला संस्कृति में बने बेड सीट ,चादरें सोफे के कवर को गया के लोग काफी पसंद कर रहे हैं. बारीक कारीगरी का बेजोड़ नमूना भी लोगों को इस शिल्पकृति मेले में देखने को मिल रही हैं.