शराबबंदी को मुंह चिढ़ा खुलेआम बेच रहे हैं शराब
पुलिस की मिली भगत से बेच रहे हैं शराब
बिहार में नहीं बिक रहा है शराब तो ये गुस्सा किस पर
शराबबंदी के बावजूद भी राज्य में हर दिन शराब और शराबियों की करतूत जारी है. कहीं पीने वाले तो कहीं बेचने वालों की कई खेप शराब के तस्करी की पुलिस भंडाफोड़ कर रही है लेकिन इसपर लगाम पूरी तरह से लग नहीं पा रहा है. शराबियों को अवैध शराब कहीं न कहीं से मिल ही जा रहा है. नवादा थांना के गोठहुला गाँव में ग्रामीणों का बुरा हाल है. गाँव वाले पियक्कडों से तंग आ गए हैं. सूबे में शराबबंदी के बाद सभी खुश थे कि अब गाँव से पियक्कड़ खत्म हो जायेंगे लेकिन ये अबतक मुमकिन न हो सका. पीने वाले के घरवाले, उनकी पत्नियां, बहने और माँ काफी क्षुब्ध हैं. अवैध शराब का कारोबार ग्रामीणों के अनुसार अब भी उक्त क्षेत्र में चालू है जो पुलिस की मिलीभगत का ही ग्रामीण नतीजा मानते हैं. तभी तो अंग्रेजी ही नहीं देसी दारु भी गाँव के पियक्कड़ गटक रहे हैं. पी कर आने के बाद उनका ड्रामा बढ़ जाता है. गाली गलौज, मार-पीट रोज का ड्रामा था. इन ड्रामों ने जब नाक में दम कर दिया और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो अजीज आकर गाँव की महिलाओं ने सड़क पर उतरने का निर्णय लिया और आरा-गोठहुला मार्ग को तीन घंटे तक अवरुद्ध कर दिया. रेणु देवी के नेतृत्व में ये रोड जाम तो हुआ लेकिन ये जाम नगर निकाय चुनाव के रोस्टर के बाद होने से इसे कुछ लोग चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं. गौरतलब है कि इसके अलावा भी कल वार्ड15 और 16 में जल जमाव को लेकर लोग सड़क पर उतरे थे.इधर जिले में शराब तस्करो पर नकेल कसने को लेकर sp ने थानेदारो के साथ कार्यालय में एक बैठक की.उन्होंने कहा शराब की तस्करी नही रुकी तो हटने के लिए तैयार रहे थानेदार. शराब व शराबी हर हाल में पकड़े जाये. sp के फरमान के बाद थानेदारो के होश उड़े हुए हैं.
रिपोर्ट आरा से ओ पी पाण्डेय