शाहपुर(भोजपुर ) के बिहियां प्रखंड में बाढ़ राहत राशि का भुगतान नहीं होने से आक्रोशित बाढ़ प्रभावित पंचायत के लोगों ने सोमवार को सीओ मनोज कुमार का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया. इस दौरान लोग सीओ को अंचल कार्यालय से बैंक तक पीछा करते रहे. पर बात वही की वही रही. बाढ़ को गुजरे लगभग छः माह हो गए पर कही बैंक की शिथिलता तो कही आवंटन के आभाव के कारण अभी तक सभी बाढ़ पीड़ितों तक सरकारी सहायता के रूप में बाढ़ राहत की राशि नहीं पहुँची है. प्रभावित लोग बाढ़ राहत पाने के लिए बैंक से लेकर अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते थक चुके है. जानकारी के अनुसार प्रखंड के सात पंचायत बाढ़ प्रभावित घोषित हुए थे. बाढ़ राहत उपलब्ध कराने हेतु अंचल कार्यालय द्वारा प्रभावितों की सूची बनाई गयी. बताया जाता है कि सूची पर दबंगों का दबदबा कायम रहा जिसके कारण सूची कई बार बनती बिगड़ती रही. हालात यह है कि आज भी सूची पर आपत्ति करने वालों की कमी नही है. बताया जाता है कि पीपरा जगदीश,दोघरा,कल्याणपुर पंचायतों के बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची बैंक को आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने हेतु भेज दी गयी है. परन्तु, आवंटन के आभाव में फिनगी,रानीसागर,तथा शिवपुर पंचायतों के बाढ़ प्रभावितों के राहत भुगतान के मामले में पेंच फंसा हुआ है. पेंच तो उस तीन पंचायतों पीपरा जगदीश,दोघरा तथा कल्याणपुर में भी फंसा है जहां के बाढ़ प्रभावितों की सूची अंचल कार्यालय द्वारा बैंक को भेज दी गयी है. बैंक की जिम्मेवारी है कि अंचल कार्यालय से प्राप्त सूची के आधार पर राशि आरटीजीएस के माध्यम से लाभुकों के खाते में भेज दे पर इस मामले में बैंक की शिथिलता का खामियाजा लाभुक और अंचलाधिकारी दोनों भुगत रहे हैं. सूची भेजने के बाद भी भुगतान में बैंक द्वारा की जा रही देरी से लोग आक्रोशित देखे जा रहे हैं. वही अंचलाधिकारी भी लोगों का जवाब देते देते पस्त हैं. यही कारण था कि लोगों द्वारा घेराव कर हंगामा मचाए जाने के बाद अंचलाधिकारी भागे भागे एसबीआई की शाखा में पहुँचे. परन्तु, प्रबंधक के अनुपस्थित रहने के कारण अंचलाधिकारी को खाली हाथ कार्यालय वापस लौटना पड़ा. इधर आक्रोशित बाढ़ पीड़ित भी अंचल कार्यालय से अंचलाधिकारी का पीछा करते हुए बैंक पहुँचे फिर वहां से पुनः अंचल कार्यालय.
अंचलाधिकारी ने अपने कार्यालय में किसी तरह समझा बुझा कर लोगों को शांत कराया. लोगों का कहना था कि भुगतान को लेकर त्वरित कार्रवाई नही हुई तो आंदोलन होगा. वही सीओ ने बताया कि प्रबंधक से मुलाकात नहीं होने के कारण साफ नहीं हो सका कि भुगतान में विलंब क्यों हो रहा है. जबकि तीन अन्य पंचायतों में आबंटन के आभाव में राशि नही छोड़ी जा सकी है.
रिपोर्ट- शाहपुर से दिलीप ओझा