पटना/नई दिल्ली (ब्यूरो रिपोर्ट) | मंगलवार को मोदी सरकार में गृह मंत्रालय ने फिर से सिक्योरिटी का रिव्यू करने के बाद कई दिग्गज नेताओं की सिक्योरिटी में कमी कर दी है, जिनमें अखिलेश यादव, लालू प्रसाद यादव, चिराग पासवान, राजीव प्रताप रूढ़ी, संगीत सोम, पप्पू यादव, सतीश चंद्र मिश्रा आदि शामिल हैं. आपको बता दें कि केवल इन नेताओं की ही नहीं, बल्कि सिक्योरिटी हटाने और घटाने की जद में भारत के तीन संपादक भी आ गए हैं. इन सम्पादकों में सबसे बड़ा नाम आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप के अवीक सरकार का है. मालूम हो, आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप से ही जुड़ा है न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज. आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप मूलरूप से कोलकाता का मीडिया ग्रुप है. अवीक सरकार के अलावा सिक्योरिटी हटाने की इस लिस्ट में पंजाब केसरी ग्रुप के ए.के मिन्हा और समाचार प्लस ग्रुप के उमेश कुमार का नाम भी शामिल है.
बता दें कि अवीक सरकार को सीआरपीएफ की तरफ से एक्स कैटिगरी सिक्योरिटी मिली हुई थी. उन्हें अब सेंट्रल लिस्ट से ही हटा दिया गया है. इसका मतलब है कि उनको कोई भी सिक्योरिटी अब केंद्र सरकार की किसी भी केंद्रीय एजेंसी या सेंट्रल फोर्स के जरिए नहीं दी जाएगी. हाँ, यदि राज्य सरकार ने अगर कोई सिक्योरिटी दी है, तो इसका फैसला राज्य सरकार को लेना है.
पंजाब केसरी के संपादक ए.के मिन्हा का इस लिस्ट में दूसरा नाम है. अश्विनी चोपड़ा जो करनाल से बीजेपी के सांसद रह चुके हैं, को ही ए.के मिन्हा के नाम से भी जाना जाता है. आजकल मिन्हा काफी बीमार चल रहे हैं जिस कारण वे इस बार चुनाव भी नहीं लड पाए थे. अब तक केंद्र सरकार उन्हें दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में सीआरपीएफ का जेड प्लस कैटिगरी की सिक्योरिटी कवर दे रही थी, लेकिन आज के निर्णय के बाद उनकी सिक्योरिटी को घटाकर जेड कैटगरी में कर दिया गया और सीआरपीएफ का कवर हटा लिया गया है.
इन सम्पादकों की लिस्ट में तीसरा नाम समाचार प्लस के एडिटर-इन-चीफ उमेश कुमार का है. उमेश कुमार को भी अवीक सरकार की तरह ही सेंट्रल लिस्ट से हटा दिया गया है. उन्हें अभी तक वाई कैटिगरी के तहत सीआरपीएफ कवर दिया जा रहा था.