जवानों की मुस्तैदी से बची दो छठव्रतियों की जान
खतरनाक घाटों पर ना जायें व्रती
चैती छठ पूजा के अवसर पर गंगा स्नान करने आई दो व्रती महिला ( सुनीता देवी, 45 वर्ष, पति: सत्येंद्र राय तथा गुड़िया देवी, 35 वर्ष, पति प्रमोद कुमार) सुबह 09:30 बजे गंगा नदी के ज्यादा गहरे पानी मे चली गईं. ज्ञात हो कि गायघाट से 50 फ़ीट पश्चिम जहां घाट के पास ही ज्यादा गहराई है, खतरनाक है, वहां ये महियायें स्नान कर रही थी. दोनो डूबने लगी.
उन दोनो को डूबता देख कर एसडीआरएफ के सतर्क जवान जो ड्यूटी पर तैनात थे, ने पानी मे छलांग लगाया. एसडीआरएफ टीम गायघाट के कार्मिक सिपाही संजीव कुमार और सिपाही हिमांशू यादव तैर कर दोनो व्रती महिलाओं के नजदीक जाकर पकड़ा और बचाव के तकनीकी जानकारी के अनुसार सुरक्षित ढंग से बाहर निकाला. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने बताया कि जवानों की तैनाती सभी खतरनाक घाटों पर की गई है जिसके कारण इन महिलाओं को बचाया जा सका है.
महात्मा गांधी सेतु के मरम्मति कार्य होने के कारण, गाय घाट के तट को असुरक्षित मानकर जिला प्रशासन ने घाट पर सुरक्षा प्रबंध नही किया. परन्तु, यातायात के सुगमता के कारण और पुरानी परंपरा के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग वहीं स्नान करने आ रहें हैं.
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