30 साल के युवकों को 15 का बनाकर भरवा दिया फॉर्म

By Amit Verma May 18, 2017

बिहार में इस साल मैट्रिक परीक्षा में उम्र के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का बड़ा मामला सामने आया है. टॉपर घोटाले की तरह एक बार फिर वैशाली जिले के ही 2 स्कूलों का नाम इसमें शामिल है. ये कारनामा सामने आने के बाद BSEB ने इन दोनो स्कूलों पर कार्रवाई करते हुए  इनकी मान्यता निलंबित कर दी है और इन्हें शो कॉज किया गया है.




BSEB के मुताबिक हाजीपुर के केन्द्रीय राजेश्वरी हाई स्कूल और उज्जवल कुमार मिश्रा हाई स्कूल ने फर्जी घोषणा पत्र के आधार पर नियमित छात्र के रूप में नामांकन दिखा कर अधिक उम्र वाले छात्रों को कम उम्र करके माध्यमिक परीक्षा 2017 में सम्मिलित कराया. शिकायत मिलने के बाद BSEB ने वैशाली डीएम को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी थी. वैशाली डीएम के निर्देश पर चार सदस्यीय समिति के प्रतिवेदन में पाया गया कि इन दोनों विद्यालय के सभी परीक्षार्थियों की जन्म तिथि रौल सीट में 2000 से 2002 के बीच अंकित है, लेकिन परीक्षार्थी को देखने से ही उनकी उम्र लगभग 25-30 साल के बीच लगती है. इसके बाद BSEB ने कार्रवाई करते हुए-

  • दोनों विद्यालयों द्वारा अवैध रूप से पंजीकृत कराये गये परीक्षार्थियों का पंजीयन रद्द कर दिया
  • दोनों विद्यालयों की संबंद्धता को निलंबित करते हुए उन्हें शो कॉज किया गया
  • दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और अवैध रूप से नियमित छात्र के रूप में पंजीकृत कराये गये सभी छात्रों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी, वैशाली को निर्देश दिया गया.
  • इस मामले की जांच के लिए वैशाली डीएम द्वारा दिए गए आदेश का ससमय पालन नहीं करने के कारण वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को प्रतिवेदित  करने का निर्णय लिया गया.

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