लगातार बढ़ रही है इस मेले की रौनक

संस्कृति, परंपरा , स्वाद और संवाद का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है बिहार सरस मेला में कितनाअच्छा लग रहा है , यह द्गार स्वत: ही सरस मेला में आये आगंतुकों केमुंह से निकल जा रहा है . हो भी क्यों न. सरस मेला परिसर में नजारा ही कुछ ऐसा है . लोग देश के विभिन्न राज्यों से आये महिला उद्यामिओं और स्वरोजगारियों के द्वारा बनाये गए ग्रामीण शिल्प, स्वाद और संवाद से रूबरू हो रहे हैं . जीविका, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पटना के गांधी मैदान में आयोजित सरस मेला ग्रामीण शिल्प औरउत्पादों की बिक्री का उत्कृष्ट मंच उपलब्ध कराने के उदेश्य से 12 दिसंबर से 26 दिसंबर तक आयोजित मेला लोगों के लिए सुकून भरा पल बिताने के लिए एक खुशनुमा स्थल बना हुआ है . मेलाहर उम्र के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है .




शनिवार का दिन मेलाके लिए खास रहा . इस दिन लगभग 50 हजार लोग आये . मेला के माध्यम से ग्रामीण उद्यमिता कोबढ़ावा देने के साथ ही सामाजिक कुरीतिओं के उन्मूलन हेतु जन जागरूकता अभियान भी जारी है. प्रत्येक दिन किसी न किसी संस्थान द्वारा आयोजित विभिन्नकार्यक्रमइसका प्रमाण है. मेला के पांचवे दिनसभागार में ग्रामीणस्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, पटना द्वारा मधुमख्खी पालन  से होने वाले फायदे को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया . इस सेमिनार में बी कीपिंग के तौर-तरीके और फिर उसके उत्पादन के बाद व्यवसाय और होने वाले फायदे पर विशेषज्ञों ने चर्चा की . इस चर्चा में किसान भी शामिल हुए . सेमिनार में शामिल विशेषज्ञों में राम नारायण प्रसाद, राजकुमार और करुणेश कुमार सिंह आदि थे . वही सरस मेला में बने नुक्कड़ स्टेज परकिन्नरों ने बाल विवाह एवं दहेज़ उन्मूलन को लेकर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों से अभियान में शामिल होने की अपील की. जनशिक्षा निदेशालय के तत्वावधान में किन्नर कला जत्था द्वारा दोस्ताना  सफ़रद्वारारेशमा के नेतृत्व में बाल विवाह एवं दहेज़ उन्मूलन अभियान के साथ ही 21 जनवरीको आयोजित राज्य स्तरीय मानव श्रंखला में शामिल होने के लिए भी लोगों से अपील की गई . नाटक के कलाकारों में सोनिया, सोनी, लक्ष्मी, संगीता, वीरा, रानी, रंजीता, रेशमा और संतोषी प्रमुख थी .  हज्जू म्यूजिकल थियेटर के द्वारा स्वच्छ रहे स्वस्थ रहें नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गई . इस नाटक के माध्यम से स्वच्छता का नारा बुलंद किया गया. नाटक के मुख्य कलाकारों में राहुल, अरविन्द, सौरभ, आदित्य, राहुल, रौशन, अयोध्या, श्वेता एवं चांदनी प्रमुख थी .

मुख्य मंच पर मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के तत्वाधान में जादूगर बी. के.सम्राट ने बैंक के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को लेकर जागरूक करने का कार्यक्रम जारी रहा .

मेला का सबसे बड़ा आकर्षण है किसी भी स्वयं सहायता समूह के स्टॉल से 500 रुपये की खरीददारी पर लॉटरी सिस्टम के तहत प्रत्येक दिन प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 हजार, दितीय 2 हजार और तृतीय 1 हजार रुपये का इनामी कूपन दिया जा रहा है . विजेता इस कूपन से मेला में मुफ्त में खरीददारी कर रहे है .

By dnv md

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