संसद भवन पर 13 दिसम्बर 2001 को आतंकी हमला हुआ था जिसमें 5 पुलिसकर्मी, संसद का एक सुरक्षा गार्ड और एक माली शहीद हो गए थे तथा 22 अन्य घायल हुए थे. इस आतंकी हमले को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के पांच सशस्त्र आतंकवादियों ने अंजाम दिया था और लगभग एक घंटा तक चली गोलीबारी को देशवासियों ने टीवी चैनलों पर लाइव देखा था. रोंगटे खड़े करने वाली इस घटना के समय संसद की कार्यवाही 40 मिनट पूर्व स्थगित हो गई थी तथा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी घर लौट चुके थे पर तत्कालीन उपराष्ट्रपति कृष्णकांत, तत्कालीन गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री हरिन पाठक सहित लगभग 100 सांसद संसद भवन में ही मौजूद थे.