बिहार के पत्रकार संजीत उपाध्याय की संदेहास्पद मौत मामले में रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने एसआईटी का गठन किया है. दानापुर रेल डीएसपी और आरा बक्सर के जीआरपी थानाध्यक्ष को टीम में रखा गया है. हालांकि परिजन अबतक इस मामले में हत्या की आशंका नहीं जाहिर कर रहे हैं. इसलिए मामला पेचीदा बनता जा रहा है.
पत्रकार संजीत का शव शनिवार सुबह रेल ट्रैक पर पड़ा मिला था. आशंका जताई जा रही है कि ट्रेन से गिरने से उनकी मौत हुई है. लेकिन परिस्थितियां कुछ और इशारा कर रही हैं. पटना के कई वरीय पत्रकारों ने संजीत की हत्या की आशंका जताई है जिसके बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आया और एसआइटी का गठन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक प्रभात खबर आरा के पत्रकार संजीत उपाध्याय देर रात काम कर लौट रहे थे. लौटने के लिए ट्रेन अपलाइन से ही आती है. लेकिन, संजीत की बॉडी डाउनलाइन पर मिली. साथ ही बॉडी में कोई कटने के निशान भी नहीं है. वे इतने सरल व शांत स्वभाव के थे कि गेट पर यात्रा तो नहीं कर सकते. स्थानीय साथी बता रहे हैं कि उन्होंने अपने गांव के एक लड़के के साथ घर जाने की बात बताई थी. लेकिन, वह किसके साथ थे..? कौन लड़का था..? उसने इसकी सूचना गांव में क्यों नहीं दी..? यह सब सवाल हैं.. यह भी सत्य है कि वे अगर उतरते भी तो टुड़ीगंज स्टेशन पर उतरते. लेकिन, बॉडी तो बिहियां के पास रामानंद तिवारी हाल्ट के समीप बरामद हुई है. ऐसे में शक गहराता जा रहा है.
ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष ने पत्रकार हत्या की न्यायिक जांच की मांग की है. अध्यक्ष अंजनी तिवारी ने कहा कि पत्रकार भी जाँच होने तक सहयोग दें.
बक्सर से रितुराज के साथ ओपी पांडे