ये है ताजपुर हंगामे की असली वजह?

समस्तीपुर का ताजपुर आज पूरे दिन हंगामे और पत्थरबाजी से लेकर गोलीबारी में डूबा रहा. नतीजा ये हुआ कि पूरे इलाके में धारा 144 लगी दी गई है और SSB और BMP के जवानों की तैनाती कर दी गई है. इन सबके बीच थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है.




क्या है हंगामे की वजह?

18 अक्टूबर को ताजपुर में एक दवा कारोबारी की हत्या कर दी गई है. अगले दिन दीपावली के कारण कोई हंगामा या प्रदर्शन नहीं दिखा. लेकिन शुक्रवार को सुबह से ही लोग सड़कों पर उतर गए, बाजार बंद करा दिया और NH 28 को जाम कर दिया. लोग स्थानीय थाना से नाराज थे और हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. दरअसल कुछ दिन पहले ही एक छात्रा का इस इलाके से अपहरण हो गया था. लेकिन पुलिस अब तक उसका भी सुराग नहीं लगा पाई है. पुलिस की कार्यशैली से नाराज लोगों ने थाने का घेराव किया जिसके बाद पुलिस ने 12-13 राउंड गोली चलाई. इस दौरान गुस्साए लोगों ने तीन गाड़ियों में आग लगा दी.

जानकारी के मुताबिक बवाल के दौरान फायरिंग में एक की मौत हो गई, जबकि 15 पुलिककर्मी समेत 25 लोग घायल हुए हैं. मरने वाले युवक का नाम जितेंद्र कुमार हैं. समस्तीपुर SP दीपक रंजन का कहना है कि पुलिस की गोली से किसी की मौत नहीं हुई है. उपद्रव कर रहे 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है.

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताजपुर की घटना पर दुखद बताते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं. CM ने तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक को घटना स्थल पर जाकर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.

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