पटना (ब्युरो रिपोर्ट) | आगामी 17 फरवरी 2020 से पुराने शिक्षकों की तरह नियोजित शिक्षकों को वेतनमान पुराना सेवा शर्त एवं सारी सुविधाएं सहित सात सूत्री मांगों के समर्थन में बिहार के सभी नियमित एवं नियोजित शिक्षकों ने अपनी शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित कर अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने की घोषणा पर आज बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के सभी जिला अध्यक्षो एवं प्रधान सचिवो ने अपनी मुहर लगा दी.
रविवार को बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ कार्यालय भुनेश्वर शिक्षक सेवा सदन में प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर संघ के राज्य अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा की अध्यक्षता में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के सभी 38 जिलों के जिला अध्यक्षो एवं प्रधान सचिवों सहित राज्य कार्य समिति के सदस्यों पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 17 फरवरी से बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति द्वारा घोषित हड़ताल की घोषणा के समर्थन में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ से जुड़े सभी कोटी के प्राथमिक शिक्षक शत प्रतिशत हड़ताल में जाएंगे.
बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कबीर का दोहा – “कबीरा खड़ा बाजार में लिए लुकाटी हाथ जो घर जारे आपना चले हमारे साथ” – पढ़ते हुए बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में उपस्थित सभी जिला अध्यक्षो प्रधान सचिवो को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने 17 फरवरी 2020 से हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है. शिक्षक आंदोलन चल रहा है. चूंकि बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ संघर्ष समन्वय समिति के नेतृत्वकर्ता की भूमिका में है इसलिए समिति के सभी साथियों का दायित्व बढ़ जाता है. बिहार के सभी नियोजित शिक्षक आज हमारी ओर टकटकी निगाह से देख रहे हैं. हम सभी नियमित शिक्षक भाइयों, बहनों मित्रों को नियोजित शिक्षकों के अभिभावक की भूमिका का अक्षरशः निर्वहन करना है.
शर्मा ने सभी साथियों से अनुरोध किया कि सभी लोग बड़े पैमाने पर 17 फरवरी से घोषित राज्य स्तरीय हड़ताल को अपनी पूरी ताकत झोंक के सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा करें.
इस बैठक में उपस्थित सभी जिला अध्यक्षो एवं प्रधान सचिवो नियमित शिक्षकों से संबंधित प्रमुख मांगों को जोड़ने की बात बैठक में कहीं जिसे स्वीकार कर लिया गया. बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव नागेंद्र नाथ शर्मा ने कहां कि घोषणा हो चुकी है. इसलिए हर हाल में हड़ताल को पूर्ण सफल बनाना है. इसमें बिहार आज प्राथमिक शिक्षक संघ की भूमिका अहम है. इसको प्रमाणित करने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि हर हाल में इस बार की लड़ाई निर्णायक होगी. आगे उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को मनवा के रहेंगे और हड़ताल से सरकारी काम मे जो भी व्यवधान उत्पन्न होगा परीक्षाओ में व्यवधान उत्पन्न होगा, बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित होगा, इन सभी तरह के परेशानियों की जिम्मेदारी बिहार सरकार की होगी.
इस बैठक में सर्वसम्मति से इन मांगों पर सहमति बनी –
पुराने शिक्षकों की तरह नियोजित शिक्षकों को भी पुराना वेतनमान पुराना सेवा शर्त एवं सारी सुविधाएं दी जाएं
सभी शिक्षकों के सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से बढ़ाकर 65 की जाए
अनुकंपा के आधार पर पूर्व की भांति। मृत शिक्षकों के आश्रितों को शिक्षक के पद पर नियुक्त किया जाए
सभी प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का पद सृजित कर उस पर यथाशीघ्र प्रधानाध्यापकों के पदस्थापन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए
पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएं प्रमुख मांगों के अलावा अन्य तीन मांगे हैं
आज की बैठक में प्रमुख रूप से भाग लेने वाले प्रमुख शिक्षक नेताओं में ब्रजनंदन शर्मा, अध्यक्ष, नुनु मणि सिह, वरीय उपाध्यक्ष, राम अवतार पांडे, वरीय उपाध्यक्ष, ललन राय, उपाध्यक्ष, घनश्याम प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष, महादेव मिश्रा, उपाध्यक्ष, नागेंद्र नाथ शर्मा, महासचिव, दिनेश कुमार सिंह, उप महासचिव, श्रीमती गीता वर्मा, उप महासचिव, अयोध्या पासवान, कोषाध्यक्ष, सूर्य नारायण यादव, सचिव लाल बहादुर यादव, सचिव मोहम्मद जमीरुद्दीन, सचिव मनोज कुमार, कार्यालय सचिव राम, भूषण उपाध्याय, अंकेक्षक, मिथिलेश शर्मा, सहित सभी 38 जिला के जिला अध्यक्ष एवं प्रधान सचिव तथा संघ प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे.